यूपी के सुल्तानपुर में अयोध्या के कुमारगंज थाने के तीन पुलिसकर्मियों पर हमला हो गया. दरअसल, गुरुवार की सुबह हलियापुर थाना क्षेत्र के लाला का पुरवा मजरा डोभियारा गांव में पुलिस टीम दबिश देने गई थी. तभी वारंटी दशरथ सिंह और उसके परिजनों ने उप निरीक्षक अकील हुसैन, उप निरीक्षक भानु प्रताप शाही और कांस्टेबल उमेश गौतम को पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
आरोप है कि हमलावरों ने पुलिस टीम में मौजूद उप निरीक्षक अकील हुसैन की सर्विस रिवाल्वर और मोबाइल फोन छीन लिया और मौके से फरार हो गए. पुलिस टीम जानलेवा हमले के प्रयास से जुड़े एक मामले में आरोपी वारंटी दशरथ सिंह को सिविल ड्रेस में पकड़ने पहुंची थी.
घटना के बाद हमलावरों की तलाश की गई, लेकिन उनका पता नहीं चल सका. सीओ बल्दीराय आशुतोष कुमार ने बताया कि आरोपियों की तलाश जारी है. उप निरीक्षक भानु प्रताप शाही ने हलियापुर थाने में पांच नामजद और चार अज्ञात लोगों के खिलाफ तहरीर दी है, जिसके आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है.
पुलिस ने पूछताछ के लिए दशरथ के घर की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है. कुमारगंज, इनायतनगर, हलियापुर और बल्दीराय थाने की पुलिस संयुक्त रूप से हमलावरों की तलाश कर रही है.
बता दें कि यह हमला जानलेवा हमले के एक पुराने मामले से जुड़ा है. राहुल मिश्रा की शिकायत के अनुसार, 14 नवंबर को सुबह 10 बजे वह डोभियारा गांव में लेबर लेने गए थे. वहां उनके दोस्त अवनीश तिवारी का सुभाष उर्फ अंशुमान से लेबर को लेकर झगड़ा हो गया था.
राहुल के बीच-बचाव के बावजूद, उसी रंजिश के चलते शाम करीब 8:30 बजे सुभाष उर्फ अंशुमान और उसके साथी आदर्श सिंह ने बुलेट मोटरसाइकिल से आकर राहुल पर जान से मारने की नीयत से फायर कर दिया था. राहुल इस हमले में बाल-बाल बच गए थे. आशीष और शिवपूजन इस घटना के गवाह थे. कुमारगंज थाने की टीम इसी जानलेवा हमले के मामले में वारंटी सुभाष उर्फ अंशुमान की गिरफ्तारी के लिए डोभियारा पहुंची थी, जहां उन पर हमला हुआ.
घटना के बाद कई थानों की पुलिस हमलावरों की तलाश कर रही है. पुलिस ने वारंटी और उसके परिजनों के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने, मारपीट करने और हथियार छीनने सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
नितिन श्रीवास्तव