चीन में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 40 साल की एक महिला, टिंगटिंग, ने 10 साल तक एक हर्बल क्रीम का इस्तेमाल किया. यह हर्बल क्रीम “शुद्ध पारंपरिक चीनी दवा” बताकर बेची जा रही थी. शुरुआत में उसने इस क्रीम का इस्तेमाल खुजली वाले दाने के इलाज के लिए किया था, और पहले कुछ समय तक असर भी दिखा. लेकिन धीरे-धीरे उसकी त्वचा पर बैंगनी-लाल, साँप जैसे निशान बनने लगे और उसका हार्मोनल संतुलन भी बिगड़ गया. जब डॉक्टरों ने जांच की, तो पता चला कि उस “हर्बल” क्रीम में छिपे हुए स्टेरॉयड मिले थे. अब यह मामला चीन में बड़ी चर्चा का विषय बन गया है और लोग ऑनलाइन बिकने वाले हर्बल और प्राकृतिक प्रोडक्ट्स पर सख्त जांच की मांग कर रहे हैं.
क्रीम में मिला था स्टेरॉयड
यह कहानी चीन की एक महिला टिंगटिंग की है, जिसने एक साधारण स्किन प्रॉबल्म का इलाज करते-करते अपनी सेहत को बर्बाद कर लिया और वजह थी एक “शुद्ध हर्बल क्रीम”, जिसमें छिपे हुए स्टेरॉयड थे. करीब 10 साल पहले, टिंगटिंग के पैर पर लाल, खुजली वाले धब्बे हुए. उसने डॉक्टर के पास जाने के बजाय इंटरनेट पर इलाज ढूंढा. वहां उसे एक ऐसी क्रीम मिली जिसका दावा था कि वह “शुद्ध पारंपरिक चीनी दवा (टीसीएम)” है और “सभी त्वचा रोगों को ठीक कर सकती है.”क्रीम लगाने पर उसकी खुजली और दाने कुछ दिनों में गायब हो गए, जिससे उसे लगा कि यह वाकई असरदार है. उसने रोजाना इसका इस्तेमाल जारी रखा और 10 साल में करीब 1 लाख युआन (लगभग ₹12 लाख) खर्च कर दिए.
धीरे-धीरे बढ़ा खतरा
कई साल बाद, टिंगटिंग की त्वचा कमजोर, पतली और सफेद पड़ने लगी. धीरे-धीरे उसकी त्वचा पर बैंगनी-लाल निशान बनने लगे, जो सांप की चमड़ी जैसे दिखते थे. उसे उल्टी, सूजन और कई बीमारियां होने लगी. फिर भी उसने क्रीम लगाना बंद नहीं किया, क्योंकि उसे लगता था कि यह “प्राकृतिक” है, इसलिए नुकसान नहीं पहुंचाएगी. लेकिन जब हालत बहुत खराब हो गई, तो उसे नानजिंग के झोंगडा अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने पाया कि उसकी त्वचा बुरी तरह फट चुकी थी, और उसका शरीर अंदर से भी हार्मोनल असंतुलन का शिकार हो गया था.
असली सच्चाई आई सामने
जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि जिस क्रीम को वह “हर्बल” समझ रही थी, उसमें छिपे हुए स्टेरॉयड थे. इन स्टेरॉयड ने उसके शरीर के एड्रेनल ग्लैंड्स को नुकसान पहुंचाया, जिससे उसका शरीर कोर्टिसोल बनाना लगभग बंद कर चुका था. डॉक्टर वांग फेई ने बताया कि बाज़ार में कई तथाकथित “हर्बल” या “हार्मोन-फ्री” क्रीमों में कोर्टिकोस्टेरॉयड होते हैं. ये शुरू में खुजली और सूजन तुरंत कम कर देते हैं, लेकिन लंबे समय तक इस्तेमाल से शरीर के हार्मोन सिस्टम को बर्बाद कर देते हैं.
सोशल मीडिया पर बवाल
जब टिंगटिंग की कहानी मीडिया में आई, तो यह चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो और डॉयिन (TikTok) पर वायरल हो गई. लोगों ने गुस्सा और हैरानी जताई कि कोई बिना डॉक्टर से सलाह लिए इतने लंबे समय तक ऐसी दवा कैसे इस्तेमाल कर सकता है. कई यूजर्स ने कहा- “इन विक्रेताओं को सजा मिलनी चाहिए, जो लोगों के भरोसे का फायदा उठाते हैं.” इस मामले के बाद लोगों ने ऑनलाइन बिकने वाले “हर्बल” और “प्राकृतिक” उत्पाद पर सख्त नियंत्रण की मांग की.
डॉक्टरों ने दी चेतावनी
डॉक्टरों का कहना है कि “हर चीज जो ‘प्राकृतिक’ कही जाती है, वह सुरक्षित नहीं होती. किसी भी दवा या क्रीम का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए. खासकर हार्मोन या स्टेरॉयड वाली क्रीम, जो तुरंत असर दिखाने का दावा करती हैं, बहुत खतरनाक हो सकती हैं. उन्होंने यह भी कहा कि लोग केवल लाइसेंस प्राप्त फार्मेसी या अस्पताल से ही दवाएं खरीदें और ऑनलाइन “चमत्कारी इलाज” पर भरोसा न करें.
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