बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर आपको रिद्धि पटेल नाम काफी सुनाई दिखाई दे रहा होगा. खासतौर पर भारतीय और अमेरिकी मीडिया में इस नाम का काफी जिक्र हो रहा है. तो आखिर ये रिद्धि पटेल कौन है? इसने ऐसा क्या कहा कि इसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गई? अब इस बारे में जान लेते हैं. दरअसल इजरायल-गाजा के मुद्दे पर पूरी दुनिया बंटी हुई दिखाई दे रही है. कोई देश गाजा की तरफ है, तो कोई इजरायल की. जबकि कुछ देश तटस्थ बने हुए हैं. वहीं अगर अमेरिकी सरकार की बात करें, तो वो खुलेतौर पर इजरायल का समर्थन कर रही है.
इस बीच अमेरिकी शहरों में सिटी काउंसिल में भी डिबेट हो रहे हैं, कि इजरायल का समर्थन करना चाहिए या नहीं. सिटी काउंसिल अमेरिकी शहरों में लेजिस्लेटिव काउंसिल होती हैं, जहां तमाम मुद्दों पर चर्चा होती है. इनमें सभी तरह के मुद्दे शामिल होते हैं, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय. यहां भारत के सीएए कानून पर भी चर्चा हो चुकी है.
अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य में बेकर्सफील्ड शहर है. इसकी सिटी काउंसिल में एंटिफा यानी लेफ्ट विंग संगठन के लोगों ने मांग की कि इस सिटी काउंसिल में इजरायल के खिलाफ रेजोल्यूशन पास किया जाए. इसे लेकर जब डिबेट हो रहा था तब भाषण भी दिए जा रहे थे. तभी 28 साल की भारतीय अमेरिकी महिला रिद्धि पटेल भाषण देने आती है. वो गाजा फिलीस्तीन के पक्ष में बोलती है. फिर वो सिटी काउंसिल में बैठे मेयर और अन्य प्रतिनिधियों को धमकी देते हुए कहती है कि 'मैं तुम्हें मार दूंगी अगर तुमने इजरायल की निंदा नहीं की तो.'
उसने इनसे कहा कि तुम लोग फिलीस्तीन के बारे में नहीं सोचते हो. रिद्धि के भाषण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अपने भाषण में वो नवरात्रि और डांडिया का जिक्र भी करती है. वो काफी अभद्र भाषा बोलती है.
वो कहती है, 'मुझे उम्मीद है कि एक दिन कोई गिलोटिन लाएगा और तुम सभी को मार डालेगा.' उसने आगे गालियां भी दीं. दरअसल फ्रांस की क्रांति में कुलीन वर्ग के लोगों को सार्वजिनक तौर पर जिस चीज से मारा गाया था, उसे गिलोटिन कहते हैं. इससे सिर काटकर मारा जाता है. रिद्धि पटेल आगे कहती है कि 'हम तुमसे तुम्हारे घर पर मिलेंगे. हम तुम्हारी हत्या कर देंगे.' उसने 'नवरात्रि को उत्पीड़कों का त्योहार' कहा. साथ ही सिटी काउंसिल के सदस्यों को धमकी देने से ठीक पहले महात्मा गांधी और यीशु मसीह का जिक्र भी किया.
वो सभी सदस्यों को धमकी देती है. इस भाषण के बाद रिद्धि पटेल को कस्टडी में ले लिया गया. काउंसिल मेयर ने पुलिस को आदेश दिया कि रिद्धि के खिलाफ कार्रवाई की जाए. वो कहती हैं कि रिद्धि ने जो कहा, वो धमकी थी. उस पर 16 आरोप लगाए गए हैं और धमकियों से आतंकित करने के इरादे के आठ मामलों के संदेह में जेल में डाला गया है.
रिद्धि का एक और वीडियो सामने आया है. जिसमें वो रोती हुई नजर आ रही है. अधिकारी उसे बताते हैं कि उस पर आरोप लगेंगे. और एक मिलियन डॉलर (करीब 8 करोड़ 30 लाख रुपये) पर जमानत मिलेगी. रिद्धि पर आतंकित करने, धमकी देने के आरोप हैं. बाद में अमेरिका के हिंदू अमेरिकी फाउंडेशन ने भी एक ट्वीट किया. इसमें रिद्धि की कही बातों का विरोध किया गया है. ट्वीट के कैप्शन में लिखा है, 'हम इस बात से नाराज हैं कि इस महिला ने बेकर्सफील्ड के नेताओं की हत्या की धमकी देते हुए गांधी और चैत्र नवरात्रि का जिक्र किया है.'
फिलिस्तीन समर्थक संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ने भी खुद को रिद्धि पटेल के भाषण से अलग कर लिया है. उसने सार्वजनिक तौर पर अधिकारियों के खिलाफ किसी भी तरह की धमकियों की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया, जिसमें स्पष्ट कहा गया कि रिद्धि पटेल की आक्रामक भाषा उनके सिद्धांतों के अनुरूप नहीं है और यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट के रुख का प्रतिनिधित्व नहीं करती. विवाद के बावजूद, बेकर्सफील्ड सिटी काउंसिल ने बुधवार की बैठक के दौरान सर्वसम्मति से मेटल डिटेक्टरों सहित अन्य सुरक्षा संबंधी उपायों को भी मंजूरी दी है.
Shilpa