कई बार स्कूल- कॉलेजों के टीचर छात्रों से कहते हैं कि नहीं पढ़ोगे तो फेल हो जाओगे, कितनी बेइज्जती होगी. इसके अलावा माता पिता भी पढ़ाई के लिए फटकार लगाते हुए बच्चों से कहते हैं कि परीक्षा में अच्छे नंबर नहीं आए तो समाज के चार लोग क्या कहेंगे, रिश्तेदारों के बीच कितनी बेइज्जती हो जाएगी. लेकिन हाल में एक टीचर ने यूनिवर्सिटी का एंट्रेंस एग्जाम देने जा रहे अपने छात्रों को जो वीडियो भेजा वह थोड़ा अनोखा लेकिन खास था.
4 मिलियन बार देखा गया टीचर का वीडियो
उत्तर-पश्चिमी चीन के शानक्सी प्रांत की टीचर झू ने एक वीडियो बनाया और इसे अपने छात्रों को 2024 में गाओकाओ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम देने से पहले उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए भेजा. 13 दिसंबर को डॉयिन पर पोस्ट किए गए इस खास वीडियो को 4 मिलियन बार देखा गया.
बेरोजगार होना पड़ सकता है, तलाक भी हो सकता है
वीडियो में झू ने कहा कि 'मैं न केवल अपने छात्रों को शुभकामनाएं देना चाहती हूं, बल्कि उन्हें यह बताना भी चाहती हूं कि जीवन में असफल होना ठीक है. हमें उसको स्वीकार करना और उसका सामना करना चाहिए. उन्होंने कहा आपको गाओकाओ का एंट्रेंस दोबारा देना पड़ सकता है, बेरोजगार होना पड़ सकता है या आगे कभी आपका तलाक भी हो सकता है. आपमें से कुछ लोगों का रोमांटिक रिश्ता होगा जिसे दुनिया नहीं समझती हो. फिर झू ने अपने कॉफी मग को अपने हाथ में उठाया और कहा चाहे मेरे हाथ का कॉफी मग कितना भी पुराना क्यों न हो, यह तब तक एक अच्छा मग है जब तक इसमें कॉफी आ सकती है.'
अपने सच को स्वीकार करें
झू ने आगे कहा- 'मुझे आशा है कि तुम लोग जीवन को मजबूती और सहजता के साथ जियोगी. स्वीकार करें और खुद को खोलें. उन्होंने अपने जीवन के बारे में कहा कि मैंने औसत दर्जे का लेकिन आनंदमय जीवन बिताया. टीचर ने प्रसिद्ध चीनी कवि हाई ज़ी की कविता फेसिंग द सी विद स्प्रिंग ब्लॉसम भी इस वीडियो में पढ़ी.
छात्रों को डाउन-टू-अर्थ बनने की सलाह
उन्होंने कहा 'समुद्र की ओर मुंह करके आप वसंत के फूलों को कैसे देख सकते हैं?' साथ ही उन्होंने छात्रों को "डाउन-टू-अर्थ" बनने की सलाह दी. झू की बातों में ऑनलाइन लोगों को इंसपायर किया. लोगों ने कहा कि झू के शब्द हजारों शुभकामनाओं से अधिक सार्थक हैं. कोई भी हर बार सफल नहीं हो सकता. महत्वपूर्ण बात यह है कि अपनी असफलता का सामना करने का साहस रखें और हम जैसे हैं वैसे ही खुद को स्वीकार करें.' एक यूजर ने लिखा- बहुत से लोग इसीलिए परेशान रहते हैं क्योंकि वह सच को स्वीकार ही नहीं करना चाहते.
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