'गरीबी का चस्का है?', झोपड़पट्टी को भारत की सच कहने वाली इंफ्लूएंसर को लोगों ने लताड़ा

हाल में जब एक अमेरिकी सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर ने टिकटॉक पर मुंबई के धारावी की झोपड़पट्टियों का नजारा दिखाया तो लोगों से उन्हें काफी खरी खोटी सुनने को मिली. दरअसल, वीडियो में महिला ने इसे भारत में रहन सहन की सच्चाई करार दिया था.

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फोटो- twitter@earthlykisssed फोटो- twitter@earthlykisssed

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 23 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 1:58 PM IST

अक्सर देखा जाता है कि बाहर देशों से आए लोग भारत के खास हिस्सों में जाकर यहां की गरीबी को कैमरों के कैद करते ले जाते हैं. ये तस्वीरें वे कभी मैगजीन में छापते हैं तो कभी सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स इन्हें अपन यूट्यूब वीडियो के लिए यूज करते हैं.

इसी तरह हाल में जब एक अमेरिकी सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर ने टिकटॉक पर मुंबई के धारावी की झोपड़पट्टियों का नजारा दिखाया तो लोगों से उन्हें काफी खरी खोटी सुनने को मिली. ट्विटर पर भी शेयर किए गए इस वीडियो में अपनी एक दोस्त के साथ ट्रैवल व्लॉगर Tara Katims भारत को एक्सप्लोर करती दिख रही हैं.

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24 साल की टारा का ये वीडियो 2023 के दिसंबर का है लेकिन एक बार फिर तेजी से वायरल हुआ है. लोग इसके कमेंट में टारा को गरीबी के प्रति असंवेदनशील और अंधा, बहरा तक कह रहे हैं. News.com.au के अनुसार, टारा को एक गाइड के साथ धारावी का टूर करते देखा गया. ये गाइड पहले झुग्गियों में रहता था और अब Airbnb पर होस्ट करता है.

धारावी मुंबई का एक आवासीय क्षेत्र है, जिसे आमतौर पर दुनिया का सबसे बड़ा स्लम  माना जाता है. Airbnb लिस्टिंग के अनुसार, 'धारावी स्लम टूर' के नाम पर टूरिस्ट्स से 6 यूरो ($10.80) फीस के साथ जितेंद्र द्वारा चलाया जाता है. जितेंद्र क्षेत्र में 1000 से अधिक लोगों के लिए टूर चलाने का दावा करता है.

वीडियो में, टारा ने कहा कि वह 'बहुत घबराई हुई थी लेकिन बहुत खुश थी' . वहां पहुंचकर टारा कहा कि यह कुछ ऐसा है जिसे टूरिस्ट्स को मुंबई आने पर जरूर देखना चाहिए. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा कि भारत के बारे में उनकी पसंदीदा चीज इस स्लम को विजिट करना ही है. उन्होंने कहा, 'लोग आसानी से भारत आ सकते हैं और केवल खूबसूरत हिस्सों को देख सकते हैं, जबकि असलियत यह है कि मुंबई में ज्यादातर लोग इसी तरह रहते हैं.'
 
टारा के वीडियो पर अधिकतर लोगों ने हैरानी जताई और स्लम टूर के कॉन्सेप्ट की आलोचना करते हुए दावा किया कि यह असंवेदनशील है और गरीबी को बढ़ावा देने के समान है. कुछ ने कहा कि ये वहां रहने वालों के शोषण जैसे है. एक ने कमेंट में लिखा- 'ये विदेशी लोग क्यों सोचते हैं कि गरीब.  ट्रैवल व्लॉग कंटेट के लिए अच्छा आइडिया है.'

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एक यूजर ने लिखा, ''यह बहुत ही निराशाजनक है! वे सामान्य जीवन जीने वाले लोग हैं और आपको लगता है कि उनके घर के आसपास घूमना एक अच्छा विचार है और आपमें इसे 'स्लम टूर' कहने की हिम्मत भी है. एक अन्य ने कहा, 'ये गोरे लोग और भारत में गरीबी के प्रति उनका जुनून और चस्का. ये घटिया है.'

 

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