इजरायल-ईरान जंग के बीच खामेनेई के पुराने ट्वीट्स वायरल, दे रहे थे अच्छे पति बनने के टिप्स

अयातुल्ला अली खामेनेई के बारे में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. उनके पुराने X पोस्ट भी खंगाले जा रहे हैं. ऐसे वक्त उनके कई पुराने पोस्ट वायरल हो रहे हैं.लोग उसकी चर्चा कर रहे हैं.ये ट्वीट्स उनके रोजमर्रा के जीवन, विचारों और रिश्तों को लेकर हैं, खामेनई की शख्सियत का अलग चेहरे देखने को मिलता है.

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 खामेनेई के पुराने ट्वीट्स हुए वायरल (Image Credit-AP) खामेनेई के पुराने ट्वीट्स हुए वायरल (Image Credit-AP)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 21 जून 2025,
  • अपडेटेड 3:42 PM IST

दुनिया इस वक्त एक बेहद खतरनाक मोड़ पर खड़ी है, जहां ईरान और इजरायल के बीच जंग और तेज हो रही है. इस बीच अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में सबसे ज्यादा जिस शख्स का नाम लिया जा रहा है, वह हैं ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई. 85 साल के खामेनेई न सिर्फ ईरान की धार्मिक और राजनीतिक सत्ता के केंद्र में हैं, बल्कि उनके एक फैसले से पूरे पश्चिम एशिया का संतुलन बदल सकता है.

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ऐसे वक्त अयातुल्ला अली खामेनेई के बारे में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है. उनके पुराने X पोस्ट भी खंगाले जा रहे हैं. उनके पुराने पोस्ट वायरल हो रहे हैं.लोग उसकी चर्चा कर रहे हैं.ये ट्वीट्स उनके रोजमर्रा के जीवन, विचारों और रिश्तों को लेकर हैं, खामेनई की शख्सियत का अलग चेहरे देखने को मिलता है.

उनका एक ट्वीट इन दिनों खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वे अच्छे वैवाहिक जीवन के लिए सुझाव देते नजर आ रहे हैं. 2013 में किए गए इन ट्वीट्स में खामेनेई ने रिश्तों को लेकर पुरुषों को सलाह दी थी. उन्होंने लिखा था कि आप अपनी पत्नी पर सारे काम नहीं छोड़ सकते और फिर उसकी आलोचना करें. चाहे वह एक वैज्ञानिक हो या राजनीतिज्ञ, परिवार में वह अब भी एक फूल है.

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एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि पुरुष की जिम्मेदारी है कि वह महिला की जरूरतों और भावनाओं को समझे और उसकी भावनात्मक स्थिति को नजरअंदाज न करे.

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इन ट्वीट्स को पढ़कर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई. कई यूजर्स ने खामेनेई को 'फेमिनिस्ट' करार दे दिया. एक यूजर ने मजाक में लिखा कि आयतुल्ला को अब फुल टाइम मैरिज काउंसलर बन जाना चाहिए. वहीं एक अन्य ने  लिखा कि पार्ट टाइम सुप्रीम लीडर, फुल टाइम बुक रिव्यूअर और मैरिज काउंसलर.

'मजबूरी में आयतुल्ला बने'

हालांकि, कुछ यूजर्स ने इन ट्वीट्स को एक ढोंग बताया. एक यूजर ने लिखा कि अगर महिलाओं को लेकर ये इतने प्रगतिशील हैं, तो फिर ईरान की  पुलिस ने महसा अमीनी को क्यों मारा? महसा अमीनी की मौत, जिन्हें हिजाब ठीक से न पहनने पर हिरासत में लिया गया था, आज भी खामेनेई की नीतियों की आलोचना की सबसे बड़ी वजह है.

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