कानपुर में पुलिस टीम पर हमले के मास्टरमाइंड विकास दुबे की तलाश जारी है. इसी बीच पुलिस ने विकास दुबे के बिठुर स्थित आवास को गिरा दिया है. दिलचस्प यह है कि पुलिस ने यह कार्रवाई उसी जेसीबी के सहारे की है, जिसके जरिए पुलिस टीम को घेरा गया था.
(फोटोज: हरीश कांडपाल)
विकास दुबे के घर में मौजूद सभी चीजों को पुलिस ने जब्त कर लिया है.
प्रशासन विकास दुबे की सारी पॉपर्टी अटैच करने की तैयारी कर रहा है. प्रशासन उसकी
सभी संपत्तियों की जांच करेगा. साथ ही सभी बैंक अकाउंट्स भी सीज किए
जाएंगे.
इधर विकास दुबे की तलाश में पुलिस की 20 टीमें अलग-अलग
इलाकों में दबिश दे रही हैं. इन सभी इलाकों में विकास के परिवार वाले रहते
हैं. नेपाल बॉर्डर पर भी अलर्ट जारी कर दिया गया है. विकास दुबे के फोटो
चस्पा कर दिए गए हैं.
पुलिस ने अब तक इस मामले में पूछताछ के लिए 12
लोगों को हिरासत में लिया है. जिससे कि जल्द से जल्द विकास दुबे को पकड़ा
जा सके. विकास दुबे के नेपाल भागने की भी आशंका है, लिहाजा लखीमपुर खीरी
जिले की पुलिस भी अलर्ट पर है.
इसके अलावा पुलिस ने मोबाइल कॉल
डिटेल के आधार पर कई लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है.
ये सभी वे लोग हैं जिन्होंने पिछले 24 घंटे में विकास दुबे से बात की थी.
इधर मामले में कानपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने इस मामले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है. विनय तिवारी चौबेपुर के थानाध्यक्ष हैं. इस जानकारी के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है.
पुलिस को शक है कि विनय तिवारी ने ही गैंगस्टर विकास दुबे को उसके घर में
रेड की सूचना दी है. सूत्रों के मुताबिक विनय तिवारी से एसटीएफ ने पिछले
शाम को पूछताछ की थी.
जांच में पता चला है कि विनय तिवारी ने कुछ
दिनों पहले विकास चौबे के खिलाफ शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया
था.पुलिस अब विनय तिवारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
आजतक ने इस मामले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी से बात करने की कोशिश की. लेकिन विनय तिवारी कुछ भी बोलने से इनकार करते रहे. विनय तिवारी ने कहा कि पूरे मामले की जानकारी वरिष्ठ अधिकारी द्वारा दी जाएगी.
क्या है पूरा मामला:
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से सटे बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुई खूनी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में हड़कंप मच गया और विकास दुबे यूपी पुलिस का मोस्ट वांटेड चेहरा बन गए
यह सब तब हुआ जब शुक्रवार को एक मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस
बिकरु गांव गई थी. इसी समय विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर
पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़े तो विकास के
गुर्गों ने तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग शुरू कर दी.
पुलिस ने किया इनाम का ऐलान:
पुलिस
ने ऐलान किया है कि जो शख्स कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मियों की मौत के
जिम्मेदार कुख्यात अपराधी विकास दुबे की जानकारी देगा, उसे 50 हजार रुपये
का इनाम दिया जाएगा. कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने शुक्रवार को इस इनाम
की घोषणा की. उन्होंने कहा कि विकास दुबे का ठिकाना बताने वाले का नाम
गुप्त रखा जाएगा.
फिलहाल, विकास दुबे के बारे में पता लगाने के
लिए कई लोगों से गहन पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने मोस्ट वॉन्टेड विकास
दुबे के गांव से दर्जनों लोगों को हिरासत में लिया है. उनसे घटना क्रम और
हमले के मास्टर माइंड विकास के बारे में पूछताछ किए जाने की तैयारी है. साथ
ही पुलिस ने करीब पांच सौ मोबाइल फोन नंबर सर्विलांस पर लगाए हैं.
भारी पुलिस बल तैनात:
पूरे
बिकरू गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. घटना के बाद से ही गांव
और आस-पास के इलाकों में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. डीजीपी ने खुद गांव
का दौरा किया है. वहीं गांव से जोड़ने वाले नाकों के सीसीटीवी खंगाले जा
रहे हैं.