कोरोना वायरस की भयावह महामारी जब भारत समेत पूरी दुनिया में फैल चुकी हो और इसका कोई इलाज भी मौजूद ना हो तो फिर सावधानी के अलावा बचाव का और कोई रास्ता नहीं रह जाता है. दुनिया भर में लाखों लोगों की जान ले चुके कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए इसके लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है. अगर आप कोरोना वायरस के लक्षणों को समझने में देरी कर देते हैं तो ये जानलेवा भी हो सकता है.
क्या है कोविड-19?
चीन के वुहान शहर से निकले नए कोरोना वायरस SARS-CoV-2 से होने वाली बीमारी का आधिकारिक नाम कोविड-19 रखा गया है. इस नए कोरोना वायरस से सांस संबंधी संक्रमण होता है जिससे सामान्य जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने लगती हैं.
संक्रमण कैसे फैलता है?
कहा जा रहा है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में आया और अब एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल रहा है. किसी संक्रमित व्यक्ति के सांस छोड़ने, छींकने या खांसने से निकलने वाले महीन कण संक्रमण के वाहक बन रहे हैं. अगर किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो उसका विषाणु आपके भीतर इसी के जरिए घुसता है. यह संक्रमित दीवारों या किसी सतह के छूने से भी फैलता है. कोविड-19 सरफेस पर कुछ घंटों तक जिंदा रहता है लेकिन सतह को डिसइन्फेक्ट कर वायरस को मारा जा सकता है.
लक्षण दिखने में लगता है कितना वक्त?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर आने में 2 से 5 दिनों का वक्त लग सकता है. हालांकि, कुछ लोगों में लक्षण दिखने में इससे ज्यादा वक्त भी लग सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण नजर आने के लिए 14 दिनों का वक्त निर्धारित किया है. कई बार कोई लक्षण भी नहीं दिखता है और व्यक्ति संक्रमित हो जाता है.
क्या हैं लक्षण?
कोरोना वायरस के मुख्य लक्षण हैं- बुखार, सूखी खांसी, थकान और सांस लेने में तकलीफ. कुछ मरीजों में नाक बहना, गले में खराश, नाक बंद होना और डायरिया जैसे लक्षण भी देखने को मिल रहे हैं. इसके अलावा, कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया है कि स्वाद का जाना और सूंघने की क्षमता खत्म होना भी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के लक्षण हो सकते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ लोगों में केवल यही लक्षण दिखे और उसके बाद वे परीक्षण में कोरोना पॉजिटिव पाए गए.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, छह में से सिर्फ एक मरीज ही गंभीर रूप से बीमार पड़ता है. बुजुर्गों को कोरोना वायरस संक्रमण का गंभीर खतरा होता है. इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियों, डायबिटीज या सांस संबंधी किसी समस्या से पीड़ित लोगों को भी कोरोना वायरस से ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है.
आप कोरोना से संक्रमित हैं, इसकी पहचान खुद कैसे करें?
बुखार चेक करिए
अगर आपके शरीर का तापमान ज्यादा है और आप अपनी छाती या पीठ को छूने पर हीट महसूस करते हैं तो इसका मतलब है कि आपको बुखार हो सकता है. आपके शरीर का तापमान 100 डिग्री फॉरेनहाइट के पार पहुंच जाता है. बुखार के साथ शरीर में कंपकंपी भी महसूस हो सकती है.
सूखी खांसी
कोरोना वायरस से संक्रमित होने पर अक्सर बुखार के साथ-साथ सूखी खांसी भी आती है. इस वजह से सांस लेने में भी तकलीफ होने लगती होती है. कोरोना के कारण होने वाली खांसी आम खांसी नहीं होती. आपको लगातार खांसी हो सकती है. एक घंटे या फिर उससे अधिक वक्त तक लगातार खांसी आ सकती है.
सांस लेने में तकलीफ
कोरोना वायरस का ये सबसे गंभीर लक्षण है. ये समस्या बिना खांसी आए भी हो सकती है. अगर आपको लग रहा है कि आपको सांस लेने में बेहद तकलीफ हो रही है तो ये कोरोना वायरस से संक्रमित होने का एक संकेत हो सकता है. कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से फेफड़ों में ऑक्सीजन की जगह पानी भरने लगता है. इससे रोगी को सांस लेने में तकलीफ ज्यादा होने लगती है और सीने में दर्द भी काफी बढ़ जाता है.
आरोग्य सेतु ऐप की लें मदद
अपने लक्षणों की पहचान करने के बाद आप कुछ ऐप्स की मदद भी ले सकते हैं. भारत सरकार ने आरोग्य सेतु ऐप जारी किया है, जिससे आप ये जान सकते हैं कि आपको कोरोना वायरस का कितना खतरा है. इस ऐप में कोरोना वायरस के लक्षणों और ट्रैवल हिस्ट्री से संबंधित कई सवाल पूछे जाते हैं और उसके बाद कोरोना वायरस से संक्रमित होने के खतरे के बारे में जानकारी दी जाती है.
बचाव
क्या कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है? बिल्कुल बचा जा सकता है और फिलहाल इसका उपाय भी बचाव ही है. हाथ हमेशा साफ रखें निश्चित अंतराल पर हाथ साबुन-पानी या एल्कोहल मिले सैनिटाइजर से साफ करते रहें. छींकते और खांसते वक्त मुंह और नाक को टीशू से ढंक लें. इसका बाद टीशू को बंद डस्टबिन में फेंक दें. जिन्हें सर्दी-जुकाम और फ्लू हैं, उनसे दूर रहें. घर से अनावश्यक तौर पर बाहर निकलने से बचें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें.
(सभी तस्वीर: प्रतीकात्मक)
(All Photos: Representative)