धरती पर अजीबो-गरीब घटनाएं घटती हैं. अफ्रीका की धूल हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके अमेरिका के आसमान का रंग बदल रही है. उसे धुंधला कर रही है. 24 घंटे पहले यानी 21 जून को अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान की धूल ने 8064 किलोमीटर की दूरी तय करके अमेरिका के कई राज्यों के आसमान को ढंक लिया. (फोटोः AFP)
सहारा रेगिस्तान की धूल ने इस दौरान पूरे अटलांटिक महासागर को पार किया. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने इसकी तस्वीरें भी ली हैं. इस धूल का गुबार इतना घना है कि यह बता पाना मुश्किल हो रहा है कि कहां जमीन है और कहां पानी. (फोटोः NASA)
पूर्व से पश्चिम की तरफ बहने वाली हवा की वजह से यह धूल अमेरिका के पूर्वी तट तक पहुंच गई है. नासा ने अगले दस दिनों के अंदर यह पूरे दक्षिणी-पूर्वी अमेरिका को अपनी जद में ले लेगी. (फोटोः AFP)
नासा के वैज्ञानिकों के अनुसार इस धूल की वजह से अमेरिका के आसमान का रंग बदल गया है. अगले 10-12 दिनों तक यह बदला हुआ ही मिलेगा. खासतौर से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय. आइए जानते हैं कि इनसे होने वाले तीन तरह के बदलाव क्या होंगे. (फोटोः AFP)
अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान से उड़ने वाली धूल की वजह से पहला बदलाव ये होगा कि नीला दिख रहा आसमान धुंधला हो जाएगा. अमेरिका के आसमान में दूधिया-पीले रंग का धुंधलका छा जाएगा. इसकी वजह से सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूरज की किरणें पूरी जमीन तक नहीं पहुंच पाएंगी. (फोटोः AFP)
दूसरी बात ये है कि सहारा रेगिस्तान की धूल सूखी हवा के साथ अमेरिका पहुंची है. जबकि, वहां मौसम तूफानों का है. लेकिन तूफानों यानी हरिकेंस सूखी हवा को पसंद नहीं करता. उसे गर्म, उमस भरी और शांत हवा चाहिए ताकि वह बर्बादी मचा सके, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. (फोटोः AFP)
अमेरिका के आसमान से 30 हजार फीट ऊपर उड़ रही ये सहारा रेगिस्तान की धूल के बेहद छोटे-छोटे कणों की वजह से इंसानों को कई तरह के एलर्जी हो सकती है. या फिर जिसे एलर्जी हो उसके लिए समस्या बढ़ा सकती है. (फोटोः AFP)