रामपुर के आखिरी नवाब की संपत्ति पर 16 वारिस निगाह लगाए हुए हैं. इसी संपत्ति के बंटवारे को लेकर कई दिनों से नवाब का स्ट्रांग रूम खोलने का प्रयास किया जा रहा था जिसमें रियासत का खजाना रखा रहता था. शनिवार को यह स्ट्रांग रूम खुला तो वहां मौजूद सभी की आंखें खुली की खुली रह गईं. स्ट्रांग रूम पूरी तरह से खाली था, पूरा खजाना पहले ही लुट चुका था.
रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खान की संपत्ति के बंटवारे की प्रक्रिया अभी चल ही रही है, जिसको लेकर नवाब खानदान के वारिसों में तनातनी का माहौल बना हुआ है. दरअसल रामपुर रियासत के आखिरी नवाब रजा अली खान की चल-अचल संपत्ति का बंटवारा मुस्लिम पर्सनल लॉ शिया पर्सनल लॉ के हिसाब से सभी वारिसों में किया जाएगा, जिसके चलते नवाब की चल-अचल संपत्ति का वैल्यूएशन किया जा रहा है और यह बंटवारा उनके 16 वारिसों में होना है.
यूं तो अब तक मरहूम नवाब अली खान की करोड़ों की संपत्ति का वैल्यूएशन किया जा चुका है लेकिन कुछ अन्य खास संपत्तियों में से एक स्ट्रांग रूम अब तक रहस्य बना हुआ था जिसके बारे में यह अनुमान लगाया जा रहा था कि स्ट्रांग रूम में नवाब खानदान का बेशकीमती खजाना सुरक्षित रखा होगा.
पिछले काफी समय से इस स्ट्रांग रूम को खोलने का प्रयास किया जा रहा था, जिसके लिए स्ट्रांग रूम का लॉकर खोलने वालों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी क्योंकि स्ट्रांग रूम का लॉकर लंदन की कंपनी चब ने बनाया था. कंपनी का दावा था कि लॉकर को बिना चाबी के नहीं खोला जा सकता फिर चाहे उस पर बम ब्लास्ट ही क्यों ना किया जाए पर लॉकर नहीं खुलेगा.
पिछले दिनों लॉकर खोलने की मशक्कत के बीच सभी को पता चला कि लॉकर पहले से ही खुला है लेकिन मेटल की कई परतों से बना दरवाजा जाम होने के कारण नहीं खुल रहा था. शनिवार को स्ट्रांग रूम की मोटी मेटल शीट को काटकर मशक्कत के बाद स्ट्रांग रूम में सभी दाखिल हुए, जिसमें नवाब खानदान के सभी वारिस और कोर्ट द्वारा बनाई गई कमेटी के एडवोकेट कमिश्नर मौजूद थे. ये सभी लॉकर रूम में घुसे.
लॉकर रूम में घुसने पर सभी की आंखें खुली की खुली रह गईं क्योंकि वहां सिवाय कुछ संदूक और पुरानी खाली तिजोरियों के अलावा कुछ भी नहीं था, जिसे देख कर नवाब खानदान के अरमान धरे के धरे रह गए.
स्ट्रांग रूम के खोले जाने के बारे में जानकारी देते हुए एडवोकेट कमिश्नर सौरभ सक्सेना ने बताया बेशकीमती चीजों के नाम पर वहां कुछ भी नहीं मिला. वहां सिर्फ दो- बड़ी तिजोरियां और तीन छोटी तिजोरियां थीं और कुछ संदूक थे. यह सारे के सारे खाली थे. तिजोरियां गैस कटर से कटी हुई मिली हैं.
उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम को देखने से ऐसा लगता है जैसे वहां चोरी हुई है क्योंकि वहां स्ट्रांग रूम की वॉल में कूमन लगा हुआ था. साथ ही उन्होंने बताया स्ट्रांग रूम की अब तक 6 विजिट की गई हैं.
स्ट्रांग रूम खोले जाने के दौरान जनरल कमिश्नर चल संपत्ति, मुजम्मिल हुसैन एडवोकेट कमिश्नर चल संपत्ति और पार्टीज़ के एडवोकेट हर्ष गुप्ता , संदीप सक्सेना और सभी वारिस वहां मौजूद थे. उन सबके सामने स्ट्रांग रूम खोला गया और सब ने वहां एंट्री करके देखा.
स्ट्रांग रूम के बारे में कहा कुछ और जा रहा था लेकिन वहां कुछ नहीं मिला. ना ही कोई दस्तावेज मिला. देखने पर ऐसा लगता है जैसे इत्मिनान से उसे खाली किया गया है. संपत्ति के नाम पर स्ट्रांग रूम में केवल खाली संदूक और तिजोरियां पाई गई हैं.