बीजेपी ने राज्यसभा की पहली सुरक्षित सीट के लिए कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को उम्मीदवार घोषित किया तो वहीं दूसरी राज्यसभा सीट के लिए बड़वानी के एक युवा प्रोफेसर सुमेर सिंह सोलंकी को राज्यसभा सीट का उम्मीदवार बनाया है. जब गुरुवार को सुमेर सिंह के नाम की घोषणा हो रही थी, तब वह कॉलेज में पढ़ा रहे थे.
मध्य प्रदेश राज्य सभा सीट के लिए बीजेपी ने अपने दूसरे उम्मीदवार के रूप में बड़वानी में महाविद्यालय के प्रोफेसर सुमेर सिंह सोलंकी के नाम की घोषणा कर दी है. खबर लगते ही सुमेर सिंह सोलंकी को बधाई देने वालों का तांता लग गया.
इसके बाद सुमेर सिंह सोलंकी अपने पद से त्यागपत्र देकर तुरंत भोपाल के लिए रवाना हो गए.
वर्तमान में शहीद भीमा नायक शासकीय स्नातक महाविद्यालय, बड़वानी में
प्रोफेसर के रूप में काम कर रहे हैं. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग परीक्षा
2005 द्वारा सहायक प्रधान अध्यापक पद पर सोलंकी का चयन हुआ था.
सुमेर सिंह सोलंकी एसटी वर्ग से संबंध रखते हैं और उनकी उपजाति बारेला है. उनका जुड़ाव शुरू से आरएसएस रहा है. सोलंकी के रिश्ते के काका मकन सिंह सोलंकी खरगोन-बड़वानी सांसद रह चुके हैं.
सुमेर सिंह का जन्म बड़वानी जिले के ठान गांव में हुआ था. सोलंकी ने इतिहास विषय में पीएचडी से की है. वर्तमान में सोलंकी बड़वानी में रहते हैं.
बता दें कि मध्य प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटें रिक्त हो रही हैं, जिनमें बीजेपी कोटे से प्रभात झा और सत्यनाराण जटिया तो एक कांग्रेस से दिग्विजय सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहा है. बीजेपी ने अभी तक अपने पुराने दिग्गज की जगह कांग्रेस से आए ज्योतिरादित्य सिंधिया को उतारा है तो दूसरी सीट के लिए सुमेर सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है. बीजेपी इस तरह से अपने दोनों दिग्गज प्रभात झा और सत्यनाराण जटिया को राज्यसभा का टिकट नहीं दिया है.