लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन से तनाव को देखते हुए वायु सेना को अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए जिस अचूक हथियार का इंतजार था वो अब चंद घंटों में हमारे वायु वीरों के पास होगा. जी हां हम बात कर रहे हैं राफेल फाइटर जेट की जो दुश्मनों के लिए किसी काल से कम नहीं है.
पहली खेप के तहत पांच राफेल फाइटर जेट ने आज फ्रांस से हिन्दुस्तान आने के लिए उड़ान भरी है. भारत आ रहे इन पांच लड़ाकू विमानों में एक बात बेहद खास है. फ्रांस से भारत को मिलने वाले राफेल के बेड़े में विमान RB-001, RB-002 और RB-003 भी शामिल हैं.
इसका RB कोड मौजूदा एयरफोर्स चीफ राकेश भदौरिया के नाम पर रखा गया है क्योंकि डिप्टी चीफ रहते हुए उन्होंने इस डील को अंजाम तक पहुंचाने में अहम किरदार निभाया था. अब ये विमान देश को और सुरक्षित रखने में अपना किरदार निभाएंगे.
भारतीय वायुसेना के 7 जांबाज और ट्रेंड पायलट इन फाइटर जेट को उड़ाकर भारत ला रहे हैं. फ्रांस से उड़ान भरने के बाद इन पांचों फाइटर जेट्स ने ग्रीस के करीब फ्रेंच टैंकर एयरक्राफ्ट से एयर फ्यूलिंग की. फिलहाल वे सभी UAE पहुंच गए हैं, जहां फ्रांस के कंट्रोल वाले अल दाफ्रा एयरबेस पर एक दिन के लिए रुकेंगे. फिर 28 जुलाई को ही सभी 5 राफेल विमान हिन्दुस्तान के लिए रवाना हो जाएंगे और 29 जुलाई की सुबह अंबाला पहुंचेंगे
सोमवार को फ्रांस के मैरिएनैक से एक साथ 5 राफेल लड़ाकू विमानों ने भारत के लिए उड़ान भरी. इस दौरान वहां भारतीय वायुसेना के 7 पायलट मौजूद थे. राफेल की हिन्दुस्तान रवानगी से पहले फ्रांस में भारतीय राजदूत ने सभी पायलटों से बात की और राफेल में सुरक्षित उड़ान की शुभकामनाएं दी.
बता दें कि देश को इस लड़ाकू विमान का बेसब्री से इंतजार था. चीन-पाकिस्तान की लगातार बढ़ती गुस्ताखियों की वजह से भारतीय वायुसेना के लिए ये विमान बेहद जरूरी हो गया था. 22 से 24 जुलाई के बीच दिल्ली में एयरफोर्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस चली, जिसमें राफेल की तैनाती को लेकर फैसले लिए गए.
जानकारी के मुताबिक राफेल को सबसे पहले चीन फ्रंट पर अंबाला में तैनात किया जाएगा. दूसरी तैनाती चीन फ्रंट पर ही पश्चिम बंगाल के हाशीमारा में होगी.
एयरफोर्स कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि वायुसेना चीन से निपटने के लिए हर वक्त हाई अलर्ट पर रहे. राफेल विमानों के आते ही एयरफोर्स की अलर्टनेस और बढ़ेगी. ताकत में इजाफा होगा. लिहाजा अंबाला में लड़ाकू विमानों के भव्य स्वागत की जोरदार तैयारी है.
भारत ने फ्रांस से 36 राफ़ेल का सौदा किया है. राफ़ेल के दो स्क्वॉड्रन जल्द तैनात होंगे. पहला स्क्वॉड्रन होगा अंबाला एयरबेस पर तैनात गोल्डन ऐरोज़ जबकि दूसरी तैनाती पश्चिम बंगाल के हाशीमारा में होगी. यानी तैयारी दुश्मन की हर हिमाकत को नेस्तनाबूद करने की है.