दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हिंसा के खिलाफ छात्रों और टीचर्स के मार्च से सियासी उबाल आ गया है. इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी जेएनयू मामले पर राजनेता भी खुलकर सत्ता का विरोध कर रहे हैं. बीजेपी सरकार में पूर्व वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार, मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान एक साथ नजर आए. इससे पहले फिल्म एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण भी जेएनयू में हुई हिंसा के खिलाफ अपनी बात कहती दिखीं. (Photo: Ashutosh, aajtak)
इसी को लेकर गुरुवार को JNU छात्रों का JNU कैंपस से मंडी हाउस तक मार्च करना था जिसकी इजाजत दिल्ली पुलिस ने नहीं दी. इसके बाद कुछ छात्रों को बस में बैठाकर मंडी हाउस तक ले जाया गया. करीब 10 बसों में छात्रों को ले जाया गया, जबकि कुछ छात्र पैदल मार्च करने पर अड़े रहे. (Photo: Ashutosh, aajtak)
दिल्ली पुलिस ने छात्रों को चेतावनी दी कि मंडी हाउस के पास धारा 144 जारी लगी हुई है. ऐसे में छात्र उस ओर न जाएं. छात्रों की ओर से लगातार नारेबाजी हुई, गाने गाए गए. लेफ्ट नेता सीताराम येचुरी, डी राजा, वृंदा करात, प्रकाश करात के अलावा शरद यादव सहित कई नेता भी छात्रों के प्रदर्शन में पहुंचे. (Photo: Ashutosh, aajtak)
बता दें कि JNU में नकाबपोश हमलावरों के द्वारा की गई हिंसा को कई दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. पुलिस का दावा है कि वह इस केस को पूरा सॉल्व करने के मुहाने पर खड़ी है और जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा. दूसरी ओर HRD मंत्रालय ने JNU के VC से कहा है कि वह जल्द से जल्द कैंपस में शांति बहाली की कोशिश करें. (Photo: ANI)
दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में पांच जनवरी को हुई हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है. हिंसा को बीते हुए गुरुवार को चार दिन होने को हैं लेकिन अभी तक दिल्ली पुलिस किसी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. (Photo: AP)