अफ्रीका के देश कॉन्गो में ज्वालामुखी फटने से तबाही का मंजर देखने को मिला है. रविवार की रात गोमा शहर में माउंट यीरागोंगो में ज्वालामुखी फटने से कम से कम 15 लोगों की मौत हो चुकी है और 500 से अधिक घर पूरी तरह से जलकर राख हो चुके हैं. हालांकि, इस त्रासदी के बावजूद कुछ लोग सेल्फी क्लिक कराते हुए नजर आए.
इस त्रासदी की कई तस्वीरें सामने आई हैं. इनमें देखा जा सकता है कि ज्वालामुखी से उफनता लावा लोगों के घरों को भस्म कर चुका है. हालांकि इसके बावजूद भी यहां के कई लोगों में सेल्फी को लेकर क्रेज बिल्कुल कम नहीं हुआ है. तस्वीरों में देखा जा सकता है कि जलते हुए घरों और मकानों के बैकग्राउंड के बीच भी कुछ लोग मुस्कुराते हुए तस्वीरें क्लिक करा रहे हैं.
इस मामले में स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से इस मामले में सूचना नहीं दी गई थी और ज्वालामुखी फटने के बाद कई लोग बदहवास हालातों में इधर से उधर भाग रहे थे. इसके बाद जब स्थिति शांत हुई तो कई लोगों के मकान उजड़ चुके थे और ये लोग फुटपाथ या रोड पर सोने के लिए मजबूर थे.
यूएन चिल्ड्रन एजेंसी के मुताबिक, इस घटना के बाद से गोमा शहर के 5000 लोग रवांडा के बॉर्डर के लिए भागने को मजबूर हो चुके हैं. वही 25 हजार अन्य लोगों मे इस मामले में सेक शहर का रूख किया है. इस त्रासदी में 170 बच्चे लापता हैं. इससे पहले साल 2002 में ये ज्वालामुखी फटा था. इसके चलते 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी.
स्थानीय लोगों ने डेली मेल के साथ बातचीत में कहा कि सुबह उठने पर पूरे इलाके में सल्फर की महक थी. इसके अलावा पहाड़ से आग बरस रही थी. इस मामले में कॉन्गो इंस्टीट्यूट फॉर कंसरवेशन नेचर ने ट्वीट करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में मौजूद सभी टूरिस्ट्स सुरक्षित हैं. वही प्रशासन भी लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.
सभी फोटो क्रेडिट: रॉयटर्स