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जर्मनी में मुस्लिमों के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, 12 मस्जिद उड़ाने की साजिश बेनकाब

aajtak.in
  • 19 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 1:17 PM IST
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जर्मनी में मुस्लिमों को लेकर दो प्रदर्शन हुए. पहला समर्थन में और दूसरा विरोध में. समर्थन में जर्मनी में रह रहे अप्रवासी थे. जबकि, विरोध में जर्मनी के ही कट्टरपंथियों का समूह. मुसलमानों के समर्थन और विरोध को लेकर हो रहे प्रदर्शनों को लेकर अब जर्मनी में नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. जर्मनी में मुसलमानों ने अपने लिए सुरक्षा मांगी है. (फोटोः रायटर्स)

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माहौल तो तब तनावग्रस्त हो गया जब दोनों पक्षों के लोग ड्रेसडेन शहर के फ्राउनकिरचे चौक पर आमने-सामने आ गए. यहां दोनों पक्षों में भिड़ंत होने ही वाली थी कि जर्मनी के पुलिस ने दोनों समूहों को अलग किया. (फोटोः रायटर्स)

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जर्मनी में पेगिडा संगठन के लोग मुसलमानों का विरोध कर रहे हैं. पेगिडा संगठन दक्षिणपंथी है. इस संगठन का पूरा नाम है पैट्रियाटिक यूरोपियन्स अगेंस्ट द इस्लामाइजेशन ऑफ द वेस्ट है. (फोटोः रायटर्स)

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जर्मनी की चांसलन एंजेला मर्केल हमेशा से पेगिडा संगठन का विरोध कर रही हैं. एंजेला मर्केल ने कहा कि इस्लाम विरोधी पेगिडा के नेता पूर्वाग्रह के शिकार हैं. उन्हें ऐसी हरकतें बंद कर देनी चाहिए. उधर, सेंट्रल काउंसिल ऑफ मुस्लिम के चेयरमैन एमान मजीक ने अप्रवासियों की रैली का समर्थन किया है. (फोटोः रायटर्स)

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एंजेला मर्केल ने कहा जर्मनी में इस्लामोफोबिया (Islamophobia) तेजी से बढ़ रहा है. ये ठीक नहीं है. इसके लिए सरकार बेहद कड़े कदम उठाएगी. जर्मनी की सरकार ने अभी दक्षिणपंक्षी समूह के 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग जर्मनी के मस्जिदों में बम विस्फोट करना चाह रहे थे. (फोटोः रायटर्स)

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जर्मनी की पुलिस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है उसका नाम है वर्नर एस. 53 वर्षीय वर्नर एस. ने 12 लोगों को चुन लिया था. जो मस्जिदों को बम से उड़ाने की फिराक में थे. इनमें से दो को हथियार खरीदने की जिम्मेदारी दी गई थी. इसके लिए वर्नर एस ने इन्हें 38.60 लाख रुपये दिए थे. (फोटोः रायटर्स)

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जर्मनी की पुलिस का मानना है कि वर्नर एस की साजिश थी कि वो न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च की मस्जिद में हुए हमले की तरह जर्मनी के कई मस्जिदों में हमलों को अंजाम दे. इसके बाद पूरे देश में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काए. वर्नर एस के इस काम जर्मनी के पुलिस विभाग का एक क्लर्क भी शामिल है. (फोटोः रायटर्स)

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पुलिस को इसकी सूचना पिछले साल जून में ही मिली थी. तब से पुलिस लगातार 52 पुरुष और महिलाओं पर नजर रख रही थी. इसी दौरान पुलिस को पता चला कि वर्नर एस नाम का आदमी यह सारा काम करने वाला है. जिसे दक्षिणपंथी लोग ट्यूटोनिको के नाम से जानते हैं. (फोटोः रायटर्स)

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जर्मनी में मस्जिदों और मुसलमानों पर हमले बढ़ रहे हैं. जर्मनी के गृह मंत्रालय के अनुसार 2017 में इस्लाम से घृणा के 1075 अपराध दर्ज हुए. वहीं, 239 हमले मस्जिदों पर किए गए. जर्मनी में 47 लाख मुस्लिम रहते हैं. जो कि जर्मनी की कुल आबादी का 5.7 फीसदी है. (फोटोः रायटर्स)

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