शोध के मुताबिक चीन में कोरोना के इलाज में जुटे एक तिहाई मेडिकल स्टाफ को इंसोमनिया नाम की बीमारी हो गई है. इस बीमारी के तहत लोगों को नींद नहीं आने की समस्या होती है.
शोध में सामने आया कि जो डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ कोरोना संक्रमित मरीजों के ज्यादा करीब होते हैं उन्हें ही ये समस्या हो रही है. उन्हें डर सता रहा है कि वो भी वायरस की चपेट में आकर संक्रमित हो सकते हैं.
चीन के साउदर्न मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर बिन झांग ने ये शोध किया है. इस शोध में 1563 ऐसे लोगों को शामिल किया गया है जो मेडिकल से जुड़े हुए हैं. शोध के लेखक बिना झांग ने कहा कि यह बीमारी कुछ दिन में चली जाती है लेकिन अगर कोराना का प्रभाव खत्म नहीं हुआ तो ये स्थायी रूप ले सकता है.