पहली बार किसी ब्लैक होल (Black Hole) के चारों तरफ मौजूद चुबंकीय क्षेत्र (Magnetic Field) को मापा गया है. इसके ब्लैक होल के चारों तरफ लाल, नारंगी और पीले रंग की रोशनी है. जिसके अंदर काफी तीव्र चुंबकीय शक्ति है. ये अंतरिक्ष में ऊर्जा और अंतरिक्षीय वस्तुओं का एक जेट छोड़ रहा है जिसकी लंबाई 5000 प्रकाश वर्ष है. इसकी तस्वीरें इवेंट होराइजन टेलिस्कोप (Event Horizon Telescope - EHT) से ली गई हैं. (फोटोः EHT)
इस ब्लैक होल की तस्वीर लेने के लिए साल 2017 में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 300 वैज्ञानिकों ने मिलकर 11 रेडियो टेलिस्कोप से एक एक्सपेरीमेंट शुरू किया था. साल 2019 में इस ब्लैक होल की पहली तस्वीर सामने आई थी. क्योंकि ये ब्लैक होल गैलेक्सी मेसियर 87 (Messier 87 - M87) के केंद्र में स्थित है. ये गैलेक्सी धरती से 5.50 करोड़ प्रकाशवर्ष दूर है. इसे खोजने और उसकी तस्वीर बनाने में काफी जटिलताओं का सामना करना पड़ा. (फोटोः गेटी)
अब नए डेटा का एनालिसिस करके वैज्ञानिकों ने इसके चारों तरफ घूम रहे चुबंकीय क्षेत्र को मापा है. यह ब्लैक होल आंशिक रूप से पोलराइज्ड है. इसका मतलब ये है कि प्रकाश की किरणें एक ही प्लेन में वाइब्रेट हो रही हैं. यह ये बताता है कि प्रकाश की किरणें एक गर्म और चुंबकीय क्षेत्र के बीच से होकर गुजर रही हैं. ये मैग्नेटिक फील्ड ब्लैक होल के चारों तरफ धीरे-धीरे घूम रहा है. (फोटोः EHT)
इस ब्लैक होल को लेकर दो नए स्टडी पेपर्स द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल में 24 मार्च को प्रकाशित हुए हैं. यह चुबंकीय शक्ति इतनी ताकतवर है कि ये अंतरिक्ष से चीजें खींच भी रही है और 5000 प्रकाश वर्ष दूर तक ऊर्जा और अंतरिक्षीय वस्तुओं को एक जेट के रूप में फेंक भी रहा है. इस चुंबकीय शक्ति की वजह से ब्लैक होल के चारों तरफ लाल, नारंगी, पीले रंग का घेरा बना हुआ है. (फोटोः EHT)
EHT थ्योरी वर्किंग ग्रुप के कॉर्डिनेटर और कोलोराडो यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोफिजिसिस्ट जेसन डेक्सटर कहते हैं कि इस ब्लैक होल के चारों तरफ मौजूद मैग्नेटिक फील्ड की स्टडी करने के लिए दुनिया भर के सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक जुटे हुए हैं. हम हैरान हैं कि यहां पर एक घूमने वाला मैग्नेटिक फील्ड है जो पोलराइज्ड है. (फोटोः EHT/ESA)
इस ब्लैक होल का वजन 65 करोड़ सोलर मास (65 Crore Solar Masses) है. इस ब्लैक होल के चारों तरफ से गर्म और चुंबकीय प्लाज्मा निकाल रहा है. इसकी वजह से इस ब्लैक होल के चारों तरफ इलेक्ट्रोमैग्नेटिक किरणें घूम रही हैं. (फोटोः गेटी)
इस मैग्नेटिक फील्ड की जांच करने के लिए वैज्ञानिकों ने 72 हजार से ज्यादा तस्वीरों का न्यूमेरिकल सिमुलेशन किया. इसके 120 से ज्यादा मॉडल्स बनाए. इसकी रोशनी के बहाव और दबाव को मापा. इस मॉडल को वैज्ञानिकों ने मैग्नेटिकली अरेस्टेड डिस्क (Magnetically Arrested Disk) का नाम दिया है. (फोटोः गेटी)