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जब दिल्ली के प्रदूषण से 7255 KM दूर बैठे लोगों का दम घुटने लगा

aajtak.in
  • 12 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 8:31 AM IST
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दिल्ली के वायु प्रदूषण का असर यहां से 7255 किलोमीटर दूर चल रहे संयुक्त राष्ट्र के क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में भी देखने को मिला. मैड्रिड में आयोजित यूएन क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में आए लोगों को कहा गया कि आप सभी को एक विशेष जगह पर जाना है. वहां आपको दिल्ली का माहौल मिलेगा. लेकिन जैसे ही इस जगह पर लोगों ने एक से दो मिनट बिताया उनका दम घुटने लगा. (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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आखिर ऐसा क्या हुआ UN क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में?

मैड्रिड में चल रहे UN क्लाइमेट कॉन्फ्रेंस में इस समय दिल्ली के वायु प्रदूषण का मुद्दा चल रहा है. यहीं पर एक ऐसी जगह बनाई गई है जहां पर दिल्ली के वायु प्रदूषण को लोग महसूस कर रहे हैं. (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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पॉल्यूशन पॉड्स नाम है इस जगह का

लंदन के आर्टिस्ट माइकल पिंक्स्की ने इन पॉल्यूशन पॉड्स को बनाया है. इसके अंदर 1 से 2 मिनट बिताने पर आपकी आंखों से पानी निकलने लगता है. जलन होने लगती है. इसके अलावा आपका दम घुटने लगता है. सांस लेना मुश्किल हो जाता है. (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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पॉल्यूशन पॉड्स से बता रहे वायु प्रदूषण का असर

माइकल पिंक्स्की ने कहा कि दुनिया में बहुत से लोग ऐसी जहरीली हवा के शिकार हो रहे हैं. वे इसी हवा में सांस लेने को मजबूर हैं. इसलिए मैंने ऐसा ही माहौल यहां बनाया है. मेरे पॉल्यूशन पॉड्स में मैं इथेनॉल छोड़ रहा हूं जो लोगों को आंखों में जलन पैदा करता है सांस लेने में दिक्कत करता है. ताकि लोग जान सकें कि दिल्ली में कैसी हवा है? (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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पॉल्यूशन पॉड्स में बीजिंग, साओ पाउलो, लंदन भी

पॉल्यूशन पॉड्स में सिर्फ दिल्ली का वायु प्रदूषण नहीं दिखाया गया है. इसमें दुनिया के अन्य सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों का माहौल भी प्रदर्शित किया जा रहा है. ये शहर हैं - लंदन, बीजिंग और साओ पाउलो. इनका वातावरण भी लोग महसूस कर रहे हैं. (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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2018 में पॉल्यूशन पॉड्स की हुई थी शुरुआत

माइकल पिंक्स्की ने 2018 में पॉल्यूशन पॉड्स की नॉर्वे के स्टारमस फेस्टिवल में शुरुआत की थी. तब से लेकर अब तक इन पॉड्स में 20 हजार से ज्यादा लोग घूम चुके हैं. अप्रैल 2018 में लंदन के सोमरसेट हाउस, अक्टूबर 2018 में जिनेवा में पहले ग्लोबल एयर पॉल्यूशन कॉन्फ्रेंस और अप्रैल 2019 में वैंकूवर में आयोजित TED कार्यक्रम में अपने पॉल्यूशन पॉड्स लगा चुके हैं. मकसद है प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाना. (फोटोः माइकल पिंक्स्की)

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