Advertisement

ट्रेंडिंग

करोड़ों खर्च कर भी साफ नहीं हुआ शहर का पानी, लॉकडाउन ने कर दिखाया

बलवंत सिंह विक्की
  • 16 अप्रैल 2020,
  • अपडेटेड 7:23 PM IST
  • 1/5

कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के कारण भारत समेत दुनिया भर के कई देशों में लॉकडाउन है. लोग घरों में रह रहे हैं, सड़कों पर गाड़ियां नहीं चल रहीं और फैक्ट्रियां भी बंद हैं. लॉकडाउन की वजह से भले ही लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन इस लॉकडाउन का कुछ सकारात्मक असर पर्यावरण पर दिखाई दे रहा है. देश के तमाम शहरों की हवा बेहद साफ हुई है. इसी तरह पंजाब के संगरूर की हवा और पानी साफ हो चुके हैं. इससे स्थानीय लोग काफी खुश हैं. 

(Aajtak Photo)


  • 2/5

लॉकडाउन से सभी उद्योग बंद होने के कारण शरह के कई हिस्सों में पानी साफ हो गया है. इससे संगरूर के लोगों ने चैन की सांस ली है. लोगों का कहना है कि पिछले लंबे समय से नदियों में बह रहे जहरीले केमिकल युक्त पानी के कारण क्षेत्र में कई तरह की बीमारियां पैर पसार चुकी थीं.

(Photo Aajtak)

  • 3/5

घग्गर नदी में गिर रहे दूषित पानी को रोकने के लिए स्थानीय लोगों पिछले कई सालों से संघर्ष कर रहे थे. सरकार तक अपनी बात को भी पहुंचाया पर इसका कोई हल नहीं निकल सका. लॉकडाउन की वजह से फैक्ट्रियों से निकलने वाला दूषित पानी इस नदी में गिरना बंद हो गया. जिससे घग्गर नदी का पानी 90 फीसदी तक साफ हो चुका है.

Advertisement
  • 4/5

पंजाब के संगरूर की हवा और पानी के साफ होने से स्थानीय लोग काफी खुश हैं. उनका कहना है कि सरकार इसे जारी रखे और फैक्ट्रियों का केमिकल युक्त पानी और गैस फिर से इन नदियों और हवा में ना मिलने दी जाए. सरकार को इसे लेकर कुछ ठोस कदम उठाने की जरूरत है. 

(Aajtak Photo) 

  • 5/5

घग्गर नदी के आसपास रहने वाले गांव के लोगों में इस दूषित पानी की वजह से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी पैर पसार रही थीं. लोगों का कहना है कि अब घग्गर नदी का पानी लगभग साफ हो चुका है इसलिए लॉकडाउन खुलने के बाद सरकार को कुछ ऐसे कदम उठाने की चाहिए, जिससे फिर से यहां का पानी और हवा दूषित ना हो सके और लोग खुली और साफ हवा में सांस लेते रहें.

(Photo Aajtak) 

Advertisement
Advertisement