हनीमून मनाने के बाद बेंगलुरु लौटी युवती के पति में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद उसे छोड़कर आगरा जाने वाली महिला के पिता के खिलाफ पुलिस ने कई धाराओं में केस दर्ज कर लिया है. महिला के पिता पर बेटी के कोरोना संक्रमित होने की बात छुपाने का आरोप लगा है.
दरअसल इटली से हनीमून मनाकर लौटी महिला पति में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद इस कदर दहशत में आ गई कि वो उसे छोड़कर चुपचाप आगरा अपने मायके आ गई. हनीमून मनाकर लौटने के बाद महिला के पति को वायरस के मामले में पॉजिटिव पाया गया था, जिसके बाद डॉक्टरों ने उसके साथ ही महिला को भी आइसोलेशन में रखा था.
कोरोना वायरस से पीड़ित होने के बाद भी महिला के आगरा लौटने के बाद वहां संक्रमित लोगों की संख्या आठ हो गई है. महिला के जरिए संक्रमण को और फैलने से रोकने के लिए आगरा प्रशासन ने बेंगलुरु से आई महिला को अभिरक्षा में लिया है. इस मामले में पीड़िता के पिता के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269 और 270 के तहत केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि कोरोना वायरस के पीड़ित लड़की को परिजनों ने छुपाया.
वायरस से पीड़ित युवती आगरा कैंट रेलवे स्टेशन के पास बने अपने पिता के मकान में आकर रहने लगी थी, जिसकी जानकारी आगरा मेडिकल विभाग को हाथ लग गई. मेडिकल विभाग की टीम ने मौके पर जाकर महिला को अपनी निगरानी में ले लिया. महिला को सर्दी-खांसी और जुकाम की शिकायत थी. डॉक्टरों के मुताबिक महिला में कोरोना वायरस के लक्षण भी मिले हैं.
महिला के जरिए कोरोना वायरस फैलने को लेकर आगरा के जिलाधिकारी प्रभु नारायण सिंह ने कहा कि महिला ने इस वायरस से लड़ने में मदद नहीं कि इसलिए उसके खिलाफ आईपीसी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम को युवती और परिवार के लोगों ने गुमराह किया
था.
बता दें कि पति में कोरोना वायरस पाए जाने के बाद महिला वहां से भाग गई और फ्लाइट पकड़कर सीधे पहले दिल्ली पहुंची और फिर ट्रेन से अपने मायके आगरा चली गई. ये जानकर बेंगलुरु से लेकर आगरा तक प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. संदेह जताया जा रहा है कि कोरोना से पीड़ित महिला के संपर्क में आने से फ्लाइट और ट्रेन में उससे कई लोग संक्रमित हो गए होंगे, जिसकी पहचान करना मुश्किल होगी.