देश के अन्य हिस्सों के मुकाबले महाराष्ट्र इस समय बुरी तरह कोरोना वायरस की चपेट में है. दूसरे राज्यों की तरह वहां भी लॉकडाउन जारी है, लेकिन इस दौरान भी वहां लोग पूर्वोत्तर के कुछ लोगों पर इस वायरस को लेकर नस्लीय टिप्पणी कर रहे हैं.
दरअसल पूर्वोत्तर भारत के लोगों के रूप रंग को देखते हुए लोग उनकी तुलना चीन के लोगों से करते हैं. इस वजह से वायरस फैलने के लिए उन्हें ही जिम्मेदार समझते हैं और उनपर टिप्पणी करते हैं.
ऐसा ही एक मामला मुंबई से भी सामने आया है. पूर्वोत्तर भारत की एक महिला को एक बाइक सवार ने कोरोना वायरस बताकर उसके ऊपर पान की पीक फेंक दी.
लड़की के कपड़ों पर पान के दाग की तस्वीरें भी सामने आई हैं. पीड़ित युवती मूलतौर पर मणिपुर की है और मुंबई में रहती है. पीड़िता के मुताबिक एक बाइकर आया और उस पर थूकने लगा.
इस घटना के बाद पूर्वोत्तर के छात्रों का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उन्होंने वीडियो में दूसरों से अपील की है कि वे उन्हें 'कोरोना वायरस' न कहें. कथित तौर पर, राष्ट्रीय महिला आयोग मामले को देख रहा है और जांच चल रही है.
इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद अब महिला आयोग मामले की जांच करेगा. आयोग ने इस घटना के बारे में अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट भी किया. पोस्ट के कैप्शन में लिखा था, कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच नस्लीय भेदभाव का एक और मामला, मुंबई के कलिना मार्केट इलाके में सामने आया है जहां पूर्वोत्तर की एक लड़की पर बदमाश ने हमला किया.