आयुष्मान खुराना की डेब्यू फिल्म विकी डोनर के चलते भारत में स्पर्म डोनेशन जैसी प्रक्रिया को मेनस्ट्रीम करने की कोशिश की गई थी. अब चीन के एक स्पर्म बैंक ने बेस्ट स्पर्म ढूंढने के लिए एक प्रतियोगिता का आयोजन किया है जिसके बाद विजेता को इस बैंक में डोनर बनने का मौका मिल सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
शंघाई के ह्यूमन स्पर्म बैंक अपनी एक प्रतियोगिता के सहारे कॉलेज स्टूडेंट्स को स्पर्म डोनेशन कंपटीशन के लिए इन्वाइट कर रहा है. इस प्रतियोगिता में बेस्ट सीमन वाले शख्स को विजेता घोषित किया जाएगा. स्पर्म बैंक का कहना है कि वे इस कंपटीशन के सहारे स्टूडेंट्स में सेक्शुएल हेल्थ के महत्व को प्रमोट करना चाहते हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
इस स्पर्म बैंक ने वीचैट पर एक विज्ञापन पोस्ट किया है. ये समर कॉन्टेस्ट 12 जुलाई से लॉन्च किया गया है और जिस भी व्यक्ति का सबसे ज्यादा स्पर्म काउंट होगा, उसे विजेता घोषित किया जाएगा. हालांकि बैंक ने साफ किया कि वो इन विजेताओं के नाम पब्लिक में घोषित नहीं करेंगे. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
ह्यूमन स्पर्म बैंक का कहना है कि इन विजेताओं को स्पर्म डोनर के तौर पर भी बैंक में इस्तेमाल किया जा सकता है.
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ये स्पर्म बैंक हर महीने एक लिस्ट भी जारी करता है जिसमें बेस्ट स्पर्म के बारे में पोस्ट किया जाता है. उदाहरण के तौर पर जून के महीने में इस बैंक के पास एक शख्स ने स्पर्म डोनेट किया था. इस व्यक्ति का स्पर्म काउंट 282 मिलियन स्पर्म प्रति मिलीलीटर सीमेन था. ये सामान्य से 19 गुणा ज्यादा है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
इस शख्स के बारे में स्पर्म बैंक ने ये भी लिखा कि ये व्यक्ति स्पोर्ट्स का शौकीन है. गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता को जीतने के बाद भी स्पर्म डोनर बनने के लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं. इसके लिए शख्स का स्पर्म काउंट 60 मिलियन स्पर्म प्रति मिलीलीटर सीमेन होना चाहिए. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
इसके अलावा इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए स्टूडेंट्स की लंबाई 165 सेंटीमीटर से अधिक होनी चाहिए. वहीं अगर किसी स्टूडेंट को जेनेटिक बीमारी या सेक्शुएली ट्रांसमिटेड बीमारी रही है तो वो इस प्रतियोगिता का हिस्सा नहीं हो सकता है. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)
गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में ग्लोबल स्तर पर पुरुषों में स्पर्म काउंट्स में कमी देखने को मिली है. चीन के भी स्पर्म बैंक्स में स्पर्म क्वालिटी में कमी देखने को मिली है. इसी के चलते कई बैंक्स लोगों को स्पर्म डोनेशन को लेकर उत्साहित करने के लिए कई तरह के कैंपेन भी करते रहे हैं. (प्रतीकात्मक तस्वीर/Getty images)