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चीन: राष्ट्रपति की आलोचना पड़ी भारी, पार्टी से निष्कासित, चलेगा मुकदमा

aajtak.in
  • 25 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 9:21 AM IST
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कोरोना वायरस का कहर जारी है. चीन के वुहान शहर से निकला ये वायरस पूरी दुनिया में तहलका मचा रहा है. इस मुद्दे पर दुनिया भर के तमाम नेता भले ही चीन और चीनी राष्ट्रपति की आलोचना कर रहे हों लेकिन चीन की सत्तारूढ़ पार्टी के एक सदस्य को ऐसी आलोचना भारी पड़ गई.

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दरअसल, कोरोना महामारी से निपटने के मुद्दे पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने वाली सरकारी रियल एस्टेट कंपनी के पूर्व अध्यक्ष रेन झिकियांग को सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. इतना ही नहीं उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर मुकदमा चलाया जाएगा.

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पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की है. सेंसरशिप और अन्य संवेदनशील विषयों के बारे में अपनी बेबाक राय रखने वाले रेन झिकियांग मार्च में एक लेख ऑनलाइन प्रकाशित करने के बाद से ही सार्वजनिक रूप से नहीं दिखे.

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रेन झिकियांग द्वारा लिखे गए इस लेख में उन्होंने शी जिनपिंग पर वुहान में दिसंबर में शुरू होने वाले प्रकोप को नहीं संभाल पाने का आरोप लगाया था. इसके बाद से ही वे चीनी सरकार के निशाने पर थे.

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रिपोर्ट के मुताबिक बीजिंग में शीचेंग जिले के अनुशासन निरीक्षण आयोग ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि 69 वर्षीय रेन पर भ्रष्टाचार, गबन, रिश्वत लेने और सरकार के स्वामित्व वाली एक कंपनी में अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप है.

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एजेंसी ने कहा कि हॉयुआन समूह के पूर्व अध्यक्ष और पार्टी के उप सचिव को सत्तारूढ़ पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है और उनके मामले को अभियोजन पक्ष को सौंप दिया गया. उसने अपराध के बारे में कोई विवरण नहीं दिया है.

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एक तथ्य यह भी है कि चीन में 2012 में सत्तारूढ़ पार्टी के नेता बने शी ने आलोचनाओं को दबाने, सेंसरशिप को सख्त करने और गैर आधिकारिक संगठनों पर नकेल कसने का काम किया है. दर्जनों पत्रकार, श्रम और मानवाधिकार कार्यकर्ता और अन्य लोग कैद किए गए हैं.

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बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर चीन और अमेरिका के बीच पहले से ही तनाव की स्थिति है. इसके अलावा ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों ने भी चीन कि मुखर आलोचना की है.

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अमेरिका का ट्रंप प्रशासन लंबे समय से चीन को इस जानलेवा महामारी के लिए दोषी मानता आया है. अमेरिका का कहना था कि कोरोना वायरस चीनी के वुहान शहर में पैदा हुआ, जिसके कारण अमेरिका में 1 लाख 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौतें हुई.

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