लॉकडाउन खत्म होने के बाद एक कपल की शादी होनी थी लेकिन लॉकडाउन फिर बढ़ गया. शादी से पहले की रस्में पूरी हो चुकी थीं लिहाजा शादी मजबूरी बन गई. तब दूल्हा-दुल्हन और बरातियों ने मास्क पहनकर शादी की और दूल्हा-दुल्हन ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अग्नि के सात फेरे लिए.
होशंगाबाद में लॉकडाउन के बीच सिवनी मालवा तहसील के ग्राम झकलाय में हुई एक शादी चर्चा का विषय बन गई है. लॉकडाउन के नियमों में चार बराती लेकर दूल्हा, दुल्हन के घर पहुंचा और मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अग्नि के सात फेरे लिए गए. बहुत सीमित संख्या में लोगों की मौजूदगी में दूल्हा बने हेमंत और दुल्हन ब्रजेश्वरी की शादी कराई गई.
दरअसल, हेमंत और ब्रजेश्वरी की शादी 15 अप्रैल की तय हुई थी. दूल्हा-दुल्हन के परिजनों को विश्वास था कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन हट जाएगा. इसलिए दोनों परिवारों में शादी की रस्में शुरू हो गई थीं.
14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म तो नहीं हुआ बल्कि और सख्त हो गया और लॉकडाउन को 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया. अब शादी के रस्मों को बीच में ही अधूरा छोड़ना दोनों परिवारों के लिए मुश्किल था.
मजबूरन 15 अप्रैल बुधवार को दूल्हा चार बरातियों को लेकर दुल्हन के घर बारात लेकर पहुंच गया. इसके बाद चंद लोगों के बीच शादी की रस्में शुरू हुईं. शादी में दूल्हा-दुल्हन सहित सभी लोग मास्क लगाए रहे. दूल्हा-दुल्हन ने भी मास्क लगाकर शादी की सारी रस्में अदा कीं और दूरी रखते हुए यानी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए अग्नि के सात फेरे लिए. (Demo Photo)