दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में बीते रविवार को हुई हिंसा के बाद देश भर के विश्वविद्यालयों में छात्रसंघों की इस पर जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है और कई जगह तो छात्र गुट हिंसा तक पर उतर आए हैं.
मंगलवार को गुजरात के अहमदाबाद में जेएनयू हिंसा के विरोध में प्रदर्शन के दौरान ABVP और NSUI के छात्र आपस में भिड़ गए. यहां ABVP दफ्तर के पास दोनों गुट आमने-सामने आ गए जिसके बाद दोनों ओर से जमकर पत्थरबाजी हुई और लाठी-डंडे चले. इस दौरान कुछ कार्यकर्ताओं के सिर से खून बहता रहा लेकिन उनपर लाठियां बरसती रही.
दरअसल दोनों छात्र गुटों में हिंसा उस वक्त शुरू हुई जब अहमदाबाद में ABVP दफ्तर के बाहर JNU हिंसा को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था. तभी वहां पर NSUI और ABVP के कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई. हालात संभालने के लिए पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा.
बता दें कि पांच जनवरी (रविवार) को JNU में देर शाम छात्रों पर हुई हिंसा के बाद देश की कई यूनिवर्सिटी में विरोध- प्रदर्शन जारी है. सोमवार को जादवपुर यूनिवर्सिटी के छात्रों ने भी प्रदर्शन किया था, इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था. बंगाल में हुए इस प्रदर्शन में जादवपुर यूनिवर्सिटी में छात्र और पुलिस आमने-सामने आ गए थे.
जेएनयू परिसर में हिंसा के बाद जहां लेफ्ट विंग के छात्र संगठनों ने इसका आरोप ABVP पर लगाया था अब वहीं ABVP ने एक वीडियो जारी कर इस हिंसा को लेफ्ट छात्र संगठन प्रायोजित बताया था.
हिंसा होने के बाद एबीवीपी ने एक वीडियो जारी कर लेफ्ट विंग को इसका जिम्मेदार बताया था. एबीवीपी की तरफ से कहा गया था कि ''वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जेएनयूएसयू के अध्यक्ष ने एक मुखौटा पहन रखा था और हमले का नेतृत्व कर रही थी.''
वहीं ABVP ने जो वीडियो जारी किया था उसे जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने बदनाम करने की साजिश करार दिया था. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा, 'उस वीडियो को लेकर मैं कोई बचाव नहीं करूंगी. अगर मुझे हिंसा करनी होती तो मैं सीसीटीवी में अपना चेहरा दिखाते हुए नजर नहीं आती.'