Advertisement

ट्रेंडिंग

रेड में पकड़े गए 90 हजार नकली कंडोम, जखीरा देख अफसर हैरान

aajtak.in
  • 11 फरवरी 2020,
  • अपडेटेड 11:17 AM IST
  • 1/7

कंडोम (Condom) परिवार नियोजन का एक बेहतरीन तरीका है लेकिन कई बार असुरक्षित, पुराने और खराब कंडोम की वजह से परिवार बढ़ जाता है. या फिर लोग यौन बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं. इसलिए यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) ने पिछले दो साल में नकली, असुरक्षित कंडोम (Condom) के हजारों डिब्बे पकड़े हैं. (फोटोः गेटी)

  • 2/7

यूके (UK) की द मेडिसिन एंड हेल्थकेयर प्रोडक्टस रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने 2018 से लेकर 2019 के बीच पूरे देश में करीब 1 लाख नकली कंडोम जब्त किए. इनमें से 87,500 कंडोम तो एक ही रेड में मिले. इतना बड़ा जखीरा देख कर अफसर भी हैरान रह गए. (फोटोः गेटी)

  • 3/7

पकड़े गए कंडोम के डिब्बों में नकली कंडोम तो थे ही, उनके साथ पुराने और असुरक्षित तरीके पैक्ड कंडोम भी थे. हजारों कंडोम तो एक्सपायरी डेट के थे. अगर ये बाजार में बिकते तो कई लोगों को दिक्कत हो सकती थी. (फोटोः रायटर्स)

Advertisement
  • 4/7

ब्रैडफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर महेंद्र पटेल ने बताया कि MHRA ने जो कंडोम (Condom) जब्त किए हैं वे बेहद असुरक्षित थे. कई लोग ऐसे नकली कंडोम का गैर-कानूनी व्यापार करते हैं. इसकी वजह से कई बार बाजार में ऐसे कंडोम आ जाते हैं जो सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं होते. (फोटोः रायटर्स)

  • 5/7

प्रोफेसर महेंद्र पटेल ने बताया कि लेटेक्स कंडोम प्राकृतिक रबर से बनाया जाता है. जबकि नकली कंडोम को असुरक्षित तरीके से अप्राकृतिक पदार्थों से बनाया जाता है. जो कि यौन बीमारियों को रोकने में सक्षम नहीं होते. (फोटोः रायटर्स)

  • 6/7

MHRA ने जितना कंडोम, मेडिकल यंत्र और दवाइयां पकड़ी हैं उनकी कीमत 18.39 करोड़ रुपये से ज्यादा है. MHRA ने इसे ऑपरेशन पैंजिया नाम दिया था. 2018 से 2019 के बीच इस तरह के गैर-कानूनी व्यापार करने वाले 859 लोगों को गिरफ्तार किया है. (फोटोः गेटी)

Advertisement
  • 7/7

MHRA ने लोगों को जागरूक करने के लिए यलो कार्ड स्कीम चला रखी है. एजेंसी का कहना है कि अगर दवाइयों और कंडोम को लेकर किसी को भी कोई शिकायत है तो वह इस स्कीम के तहत शिकायत कर सकता है. (फोटोः गेटी)

Advertisement
Advertisement