दिल्ली में कहां मनाएं गणेश चतुर्थी? इन 5 खास जगहों पर दिखेगी असली रौनक

गणेश चतुर्थी का त्योहार इस बार 27 अगस्त से शुरू होकर 10 दिन तक धूमधाम से मनाया जाएगा. दिल्ली में इस दौरान कई गणपति मंदिर और पंडाल खास आकर्षण बनते हैं.

Advertisement
दिल्ली का गणपति उत्सव (Photo-Pixabay) दिल्ली का गणपति उत्सव (Photo-Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 25 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 12:24 PM IST

अगर आप घूमने-फिरने के शौकीन हैं और त्योहारों की रौनक को करीब से देखना पसंद करते हैं, तो गणेश चतुर्थी आपके लिए सबसे सही मौका है. इस बार 27 अगस्त से शुरू होकर 10 दिन तक चलने वाला यह पर्व दिल्ली को पूरी तरह रंग-बिरंगी रोशनी और भक्ति के माहौल से भर देगा. इन दिनों घर-घर और पंडालों में बप्पा की प्रतिमाएं सजती हैं और 11वें दिन शोभायात्रा के साथ उनका विसर्जन होता है.

Advertisement

दिल्ली में कई ऐसे मंदिर और पंडाल हैं, जहां गणेश चतुर्थी पर अलग ही नजारा देखने को मिलता है. यहां भक्त सुबह से ही लंबी कतारों में लगकर बप्पा के दर्शन करते हैं. रंग-बिरंगी रोशनी, ढोल-नगाड़े और भक्तों की भीड़ राजधानी की गलियों को पूरी तरह उत्सव में बदल देते हैं. आइए जानते हैं दिल्ली के उन खास गणपति स्थलों के बारे में, जहां जाकर इस बार आपकी गणेश चतुर्थी का अनुभव और भी यादगार हो सकता है.

1.श्री गणेश मंदिर, राजीव चौक

त्योहार के दौरान पूरा सीपी (कनॉट प्लेस) भक्ति और रंगीन मंडपों से जगमगा उठता है. यहां बड़े-बड़े पंडाल सजते हैं, जिनकी कलात्मक झलक देखते ही बनती है. यमुना नदी में विसर्जन से पहले भक्त यहां ढोल की थाप पर नृत्य करते हैं और जोर-जोर से 'गणपति बप्पा मोरया' के जयकारे लगाते हैं.

Advertisement

कनॉट प्लेस के पास खड़क सिंह मार्ग पर स्थित यह मंदिर गणेश चतुर्थी पर भक्तों का सबसे बड़ा आकर्षण है. यहां न सिर्फ दिल्ली, बल्कि नोएड़ा और गुड़गांव से भी बड़ी संख्या में लोग आते हैं. यहां भीड़ इतनी होती है कि लाइनें लंबी लग जाती हैं, लेकिन बप्पा के दर्शन की ऊर्जा थकान मिटा देती है. 

यह भी पढ़ें: थाईलैंड से जापान तक... भारत ही नहीं, इन 5 देशों में भी मनाते हैं गणपति उत्सव

2.श्री शुभ सिद्धि विनायक मंदिर, मयूर विहार

दिल्ली का सबसे पुराना गणेश मंदिर श्री शुभ सिद्धि विनायक मंदिर मयूर विहार फेज-1 के पॉकेट 4, खुदी राम बोस मार्ग पर स्थित है. भगवान गणेश को समर्पित यह मंदिर अपनी सुंदर दक्षिण भारतीय (चोल शैली) वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. गणेश चतुर्थी पर यहां 10 दिनों तक पूजा-पाठ और भजन संध्या का आयोजन होता है. इतना ही नहीं मान्यता है कि सच्चे मन से पूजा करने पर सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. 

3. श्री गणेश मंदिर, अजमेरी गेट

यह प्राचीन मंदिर अपनी अनोखी कलाकृति और गहरी आस्था के लिए मशहूर है. गणेश चतुर्थी पर यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है.  ब्रह्मा मार्ग पर स्थित बड़ा गणेश मंदिर में भगवान गणेश की अति प्राचीन प्रतिमा प्रतिष्ठित है. इनके बारे में ऐसी किवदंती है कि ब्रह्मा जी ने पुष्कर में यज्ञ शुरू करने से पहले यहीं भगवान गणेश का आह्वान किया था. यही कारण है कि यह मंदिर दूर-दराज के भक्तों के लिए भी आस्था का बड़ा केंद्र है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: 27 अगस्त से शुरू गणेश महोत्सव, जानें क्यों गणपति को नहीं चढ़ाई जाती तुलसी

4. लालबागचा राजा पंडाल, करोल बाग

मुंबई के मशहूर लालबागचा राजा की झलक अब दिल्ली में भी देखने को मिलती है. करोल बाग में हर साल इनका पंडाल सजाया जाता है.  इसकी सजावट इतनी सुंदर और भव्य होती है कि दूर-दराज़ से लोग सिर्फ दर्शन करने यहां पहुंचते हैं. खास बात यह है कि विसर्जन के दिन हजारों भक्त ढोल-नगाड़ों और नृत्य के साथ बप्पा को विदा करते हैं.

5. श्री सिद्धिविनायक मंदिर, द्वारका 

दिल्ली में एक और प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर द्वारका के सेक्टर-12 मेट्रो स्टेशन के पास स्थित है. यहां भगवान गणेश की भव्य प्रतिमा स्थापित है. गणेश चतुर्थी के दौरान इस मंदिर को खास तरह से सजाया जाता है, जिसकी चमक देखने वालों को बहुत आकर्षित करती है. अगर आप बप्पा के दर्शन करना चाहते हैं, तो इस त्योहार पर यहां जरूर जाएं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement