8 मिनट में 900 करोड़ की चोरी, कमजोर पासवर्ड बना वजह, जान कर होंगे हैरान

फ्रांस के लूव्र म्यूजियम में 19 अक्टूबर को दिन-दहाड़े चोरी हुई थी. अब इस मामले में एक नई जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट्स की मानें तो म्यूजियम में लगा सिक्योरिटी सिस्टम काफी पुराना था. यहां तक की इसमें कमजोर पासवर्ड का इस्तेमाल किया गया था. सिर्फ LOUVRE टाइप करके वीडियो सर्विलांस सर्वर का एक्सेस मिल जाता था.

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लूव्र म्यूजियम में 19 अक्टूबर को चोरी हुई थी. (Photo: Pixabay) लूव्र म्यूजियम में 19 अक्टूबर को चोरी हुई थी. (Photo: Pixabay)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 06 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 3:48 PM IST

लूव्र (Louvre Museum) दुनिया के सबसे पॉपुलर म्यूजियमों में से एक है. हाल में ये म्यूजियम चोरी के बाद चर्चा में आया था. 19 अक्टूबर को लूव्र म्यूजियम में दिन-दहाड़े चोरी हुई थी. बेशकीमती गहनों की हुई चोरी में अब एक नया मोड़ आया है, जो म्यूजियम की सुरक्षा पर सवाल उठाता है. 

दरअसल, जांच में पाया गया है कि लूव्र म्यूजियम में साइबर सिक्योरिटी और मेंटेनेंस की कई दिक्कतें थी. फ्रांस पब्लिकशन लिब्रेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, दशकों से चली आ रही ये दिक्कतें कई बार सामने आई थी, लेकिन कभी भी इन्हें पूरी तरह से ठीक नहीं किया गया.

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ऑडिट में सामने आई थी बड़ी खामी 

रिपोर्ट की मानें तो पहली वॉर्निंग दिसंबर 2014 में सामने आई थी, जब फ्रांस की नेशनल एजेंसी Anssi ने म्यूजियम के IT सिस्टम का ऑडिट किया था. इसमें म्यूजियम के सिक्योरिटी नेटवर्क का ऑडिट किया गया था, जो अलार्म, वीडियो सर्विलांस और कंट्रोल एक्सेस से जुड़ा हुआ है. 

फ्रांस की सरकारी एजेंसी ने 26 पेज की एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें पाया गया कि म्यूजियम के कमजोर पासवर्ड और पुराने सिस्टम की वजह से एक्सपर्ट्स नेटवर्क का एक्सेस हासिल कर सकते हैं. इसमें पाया गया था कि सिर्फ LOUVRE लिखने से वीडियो सर्विलांस सर्वर का एक्सेस मिल जा रहा था. 

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जबकि THALES लिखने पर एक अन्य सॉफ्टवेयर खुल रहा था, जिसे Thales ग्रुप ने तैयार किया था. एजेंसी ने वार्निंग जारी की थी कि सिक्योरिटी नेटवर्क में बहुत सी खामियां हैं. इनकी वजह से हैकर्स आसानी से इंटरनल सिस्टम को एक्सेस कर सकते हैं और बैज एक्सेस या वीडियो फीड को बदल सकते हैं. 

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एजेंसी ने म्यूजिमय को पासवर्ड मजबूत करने और सिस्टम को अपग्रेड करने की सलाह दी थी. हालांकि, लूव्र म्यूजियम ने सार्वजनिक रूप से ये कभी नहीं बताया कि उन्होंने इनमें से कितने निर्देशों का पालन करते हुए बदलाव किए थे. साल 2017 में हुए एक अन्य ऑडिट में भी ऐसी ही समस्याएं सामने आई थी. 

सिर्फ 8 मिनट में चोरी हुए 900 करोड़  के गहने

19 अक्टूबर को हुई इस चोरी को सिर्फ 8 मिनट में अंजाम दिया गया था. चार चोरों ने मिलकर 8.8 करोड़ यूरो (लगभग 900 करोड़ रुपये) के गहने चुराए थे. चोरों ने इस पूरी घटना को फिल्मी अंदाज में अंजाम दिया है. बास्केट लिफ्ट लेकर चोर म्यूजियम की दीवार पर चढ़ें, खिड़की तोड़ी और डिस्प्ले केस को तोड़कर गहने लेकर फरार हो गए थे. इस मामले की अभी जांच चल रही है और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

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