बिहार चुनाव के नतीजों के बाद अब नई सरकार का गठन हो गया है. नीतीश कुमार ने पटना के गांधी मैदान में गुरुवार (20 नवंबर) को 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. सीएम नीतीश के साथ 26 मंत्रियों ने भी शपथ ली. मंत्रिमंडल में भारतीय जनता पार्टी के कोटे से दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी हैं.
वहीं BJP कोटे के 14 मंत्रियों में सबसे ज्यादा चर्चा में इंटरनेशनल शूटर श्रेयसी सिंह की रही. जो जमुई में लगातार दूसरी बार चुनाव जीती हैं. इस बार हुए विधानसभा चुनाव में श्रेयसी ने 54, 498 वोटों से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के मोहम्मद शमशाद आलम को मात दी थी. श्रेयसी को कुल 1,23,868 वोट मिले थे. वहीं शमशाद आलम को 69370 वोट मिले थे.
34 साल की श्रेयसी सिंह पहली बार 2020 में विधानसभा चुनाव में BJP के टिकट पर मैदान में उतरी थीं. वो पूर्व केंद्रीय मंत्री और बिहार के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की बेटी हैं. श्रेयसी की मां पुतुल सिंह भी बांका सीट से सांसद रह चुकी हैं.
श्रेयसी का डंका 2020 में हुए चुनाव में भी बजा था. तब उन्होंने RJD के विजय प्रकाश को 41 हजार 49 वोटों से शिकस्त दी थी. बिहार के दिग्गज नेता रहे दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह को इस सीट पर 79603 वोट मिले. जबकि पिछले बार के विजेता रहे आरजेडी कैंडिडेट विजय प्रकाश को 38554 वोट मिले थे.
कौन हैं श्रेयसी सिंह, पेरिस ओलंपिक में भी लिया हिस्सा
34 साल की श्रेयसी ने पेरिस ओलंपिक में शॉटगन ट्रैप (वूमेन) इवेंट में हिस्सा लिया था. जहां वो क्वालिफिकेशन राउंड में हारकर बाहर हो गईं थीं. उन्होंने 2014 में हुए ग्लास्गो कॉमनवेल्थ गेम्स में शॉटगन ट्रैप में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था. वहीं 2014 इंचियोन में हुए एशियन गेम्स में डबल ट्रैप टीम स्पर्धा में शगुन चौधरी और वर्षा वर्मन के साथ मिलकर भी उन्होंने कांस्य पदक जीता था. वहीं श्रेयसी ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में भी गोल्ड मेडल जीता था. 2018 में उनको अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था. कुल मिलाकर श्रेयसी अपनी निशानेबाजी से भारत का नाम इंटरनेशनल लेवल पर रोशन कर चुकी हैं.
श्रेयसी ने इंटरनेशनल इवेंट में लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए कई अहम पदक अपने नाम किए हैं. एशियाई खेलों में उन्होंने 2014 इंचियोन में डबल ट्रैप टीम इवेंट में कांस्य पदक हासिल तो किया ही ही, इसके अलावा भी उनका कई टूर्नामेंट और चैम्पियनशिप में जलवा रहा है.
एशियाई चैम्पियनशिप में उनका दबदबा और भी प्रभावशाली रहा, जहां 2012 पटियाला, 2014 अल-ऐन और 2016 अबू धाबी में उन्होंने ट्रैप टीम इवेंट में तीन गोल्ड मेडल जीते. इसके अलावा 2011 कुआलालंपुर, 2013 अल्माटी और 2024 कुवैत सिटी में ट्रैप टीम इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर उन्होंने अपनी धाक जमाई.
वहीं कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप में भी वे दो बार सिल्वर मेडल जीत चुकी हैं. 2010 दिल्ली में ट्रैप और 2017 ब्रिस्बेन में डबल ट्रैप में. इन उपलब्धियों की लंबी सूची बताती है कि वह वर्षों से भारत के सबसे भरोसेमंद और निरंतर प्रदर्शन करने वाले शूटरों में से एक रही हैं.
Krishan Kumar