भारतीय हॉकी टीम ने कोरोना वायरस महामारी के कारण लंबे समय के बाद मैदान पर वापसी करते हुए जर्मनी को 6-1 से करारी शिकस्त दी. युवा खिलाड़ी विवेक सागर प्रसाद के एक मिनट के अंदर किए गए दो गोल के साथ पूरी टीम की शानदार प्रदर्शन के दम पर यह जीत मिली. भारतीय टीम एक दिन के ब्रेक के बाद दो मार्च को फिर से जर्मनी के खिलाफ खेलेगी.
भारत के लिए विवेक (27वें और 28वें मिनट) के अलावा, नीलकांत शर्मा (13 वें मिनट), ललित कुमार उपाध्याय (41 वें मिनट), आकाशदीप सिंह (42 वें मिनट) और हरमनप्रीत सिंह (47 वें मिनट) ने गोल किए.
लंबे समय के बाद मैदान पर उतरी भारतीय टीम शुरू से आक्रामक खेल का सहारा लेकर अपने इरादे जाहिर कर दिए थे, जिससे जर्मनी की टीम दबाव में आ गई. भारत को आक्रामक खेल का फायदा पहले क्वार्टर के 13वें मिनट में मिला जब नीलकांत शर्मा ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर टीम का खाता खोला.
इसके अगले ही मिनट में हालांकि जर्मनी के कांटेस्टाइन स्टैब ने बराबरी का गोल दाग दिया. दूसरे क्वार्टर की शुरुआत मेजबानों ने भारत पर दबाव बनाने के साथ लगातार दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए. भारतीय टीम ने हालांकि इसका शानदार बचाव करते हुए जवाबी हमला किया, जिससे मिडफील्डर विवेक ने 27वें और 28वें मिनट में दो गोल दागे.
जर्मनी ने तीसरे क्वार्टर में भी भारत पर दबाव बनाए रखा और टीम ने छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए. कप्तान और गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने हांलाकि जर्मनी को गोल नहीं करने दिया.
रक्षापंत्ति की शानदार खेल के बाद भारतीय अग्रिम पंक्ति के खिलाड़ियों ललित और आकाशदीप ने 41वें और 42वें मिनट में दो गोल कर विश्व रैंकिंग में चौथे स्थान पर काबिज टीम का मैच में प्रभुत्व बना दिया.
आखिरी क्वार्टर में मैच के 47 मिनट में भारतीय टीम पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही और इस बार हरमनप्रीत ने कोई गलती नहीं कि जिससे टीम की बढ़त 6-1 की हो गई.
मैच के बाद कप्तान श्रीजेश ने कहा, ‘इतने लंबे समय के बाद खेलना बिल्कुल रोमांचकारी था. कोच ने हमें खेल का लुत्फ उठाने की सलाह दी थी और हमने ऐसा ही किया. यह वही जर्मनी टीम है जिसने एफआईएच हॉकी प्रो लीग में खेला था, और यह देखते हुए कि हम एक साल बाद खेल रहे थे मुझे लगता है कि हमने इस टीम के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया.’
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