'ऐसे तो टेस्ट क्रिकेट...', एजबेस्टन में महाजीत के बाद भी पिच पर क्यों भड़के कप्तान शुभमन गिल?

एजबेस्टन में महाजीत के बाद भी टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने पिच को लेकर नाराजगी जाहिर की है. गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के बाद एजबेस्टन की सपाट पिच और ड्यूक बॉल को लेकर नाराज़गी जताई. गिल का कहना था कि इन हालातों में गेंदबाज़ों के लिए विकेट लेना बेहद मुश्किल हो गया था.

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टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल. टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान शुभमन गिल.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 जुलाई 2025,
  • अपडेटेड 3:05 PM IST

एजबेस्टन में महाजीत के बाद भी टीम इंडिया के कप्तान शुभमन गिल ने पिच को लेकर नाराजगी जाहिर की है. गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट के बाद एजबेस्टन की सपाट पिच और ड्यूक बॉल को लेकर नाराज़गी जताई. गिल का कहना था कि इन हालातों में गेंदबाज़ों के लिए विकेट लेना बेहद मुश्किल हो गया था. यह बयान उन्होंने उस मैच के बाद दिया जिसमें भारत ने बिना जसप्रीत बुमराह के इंग्लैंड को 336 रनों से करारी शिकस्त दी.

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खेल अपनी पहचान खो देता है...

मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में गिल ने कहा कि गेंद बहुत जल्दी अपना आकार खो रही थी, जिससे गेंदबाज़ों के लिए मुश्किलें बढ़ गईं. उन्होंने कहा कि पिच, गेंद या मौसम, जो भी वजह हो लेकिन इस तरह के हालात में विकेट लेना बेहद कठिन हो जाता है. यह गेंदबाज़ों के लिए बहुत मुश्किल हो जाता है. विकेट से ज़्यादा तो गेंद बहुत जल्दी नरम और आउट ऑफ शेप हो रही थी. मुझे नहीं पता यह मौसम है, विकेट है या कुछ और, लेकिन ऐसी परिस्थितियों में गेंदबाज़ों के लिए विकेट निकालना बहुत कठिन हो जाता है. टीम के तौर पर जब आपको पता होता है कि विकेट लेना मुश्किल है और रन आसानी से आ रहे हैं, तो कई चीज़ें आपके नियंत्रण से बाहर हो जाती हैं.

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भारतीय कप्तान ने यह भी कहा कि गेंदबाज़ों को कुछ न कुछ मदद मिलनी चाहिए, ताकि टेस्ट क्रिकेट की वास्तविकता बनी रहे. गिल ने कहा कि अगर गेंद सिर्फ 20 ओवर तक ही कुछ करती है और बाकी समय बचाव की सोच के साथ खेलना पड़े, तो खेल का मजा चला जाता है.

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गिल ने आगे कहा, मुझे लगता है गेंदबाज़ों को कम से कम थोड़ी मदद मिलनी ही चाहिए. जब गेंद कुछ करती है, तो खेलने में मजा आता है. अगर आपको पता है कि सिर्फ 20 ओवर तक ही गेंद से कुछ हो पाएगा और उसके बाद आपको पूरा दिन रन रोकने की सोच के साथ खेलना होगा, तो फिर खेल अपनी असली पहचान खो देता है.

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