पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने वॉशिंगटन सुंदर का जमकर तारीफ की है. उनका मानना है कि वॉशिंगटन में भारत का अगला 'वास्तविक' टेस्ट ऑलराउंडर बनने के सभी गुण मौजूद हैं. वह घरेलू परिस्थितियों में गेंद से घातक हैं और स्वाभाविक रूप से प्रतिभाशाली बल्लेबाज भी हैं.
25 साल के ऑफ स्पिनर वॉशिंगटन ने 2021 में गाबा में यादगार टेस्ट पदार्पण किया था. उन्हें उसके बाद से से रेड-बॉल क्रिकेट में सीमित अवसर मिले हैं. वॉशिंगटन ने 11 टेस्ट मैचों में 545 रन बनाए हैं और 30 विकेट चटकाए हैं.
रवि शास्त्री ने 'द आईसीसी रिव्यू' में कहा, 'मुझे हमेशा से वॉशिंगटन पसंद था. जब मैंने उसे पहले दिन देखा, तो मैंने कहा यही सही खिलाड़ी है. वह भारत के लिए लंबे समय तक अच्छा ऑलराउंडर बना रहेगा.'
घरेलू पिचों पर क्यों छा जाते हैं वॉशिंगटन?
शास्त्री को लगता है कि वॉशिंगटन को रेड-बॉल क्रिकेट में ज्यादा खेलने के मौके मिलने चाहिए थे, खासकर क्योंकि वह घरेलू पिचों पर गेंद घुमाने में माहिर हैं.
उन्होंने कहा, 'वह फिर भी सिर्फ 25 साल का है. मुझे लगता है उसे और ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए था. वह भारत में ऐसी पिचों पर बहुत खतरनाक हो सकता है जहां गेंद घूमती है, जैसा कि न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ खेलते हुए जाना. उसने कुछ बड़े स्पिनरों से बेहतर गेंदबाजी की है. वह इतनी अच्छी गेंदबाजी करता है और साथ ही बल्लेबाजी भी कर सकता है.'
वॉशिंगटन सुंदर 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में संयुक्त रूप से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी रहे, उन्होंने चार पारियों में कुल 16 विकेट लिए. उस सीरीज में रवींद्र जडेजा ने भी 16 विकेट हासिल किए थे.
शास्त्री ने वॉशिंगटन का टेस्ट डेब्यू देखा था. उन्होंने इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी की भी तारीफ की और कहा कि वह बल्लेबाजी में ऊपर आ सकता है.
शास्त्री ने माना, 'वह स्वाभाविक रूप से प्रतिभाशाली बल्लेबाज है. वह नंबर 8 का बल्लेबाज नहीं है, वह बहुत जल्द नंबर 6 पर बल्लेबाजी कर सकता है.'
इंग्लैंड सीरीज में वॉशिंगटन ने ऑलराउंड प्रदर्शन किया है?
मौजूदा इंग्लैंड सीरीज में वॉशिंगटन ने बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अहम योगदान दिया है. लॉर्ड्स में दूसरी पारी में उन्होंने 4 विकेट लिए (4/22), जिनमें जो रूट, बेन स्टोक्स और जैमी स्मिथ जैसे महत्वपूर्ण विकेट शामिल थे, जिससे मैच भारत के पक्ष में मुड़ गया था.
शास्त्री ने कहा कि वॉशिंगटन की तकनीकी खूबियां उन्हें विदेशी हालात में भी मजबूत बनाती हैं. उन्होंने वाशिंगटन के बारे में कहा,'...और जब उसका आत्मविश्वास बढ़ेगा, वह और अच्छा करेगा क्योंकि उसके पास गेंद घूमाने की ताकत, तेज गेंदबाजी, मजबूत उंगलियां और फिटनेस है. वह लंबे समय तक गेंदबाजी कर सकता है और मैच को कंट्रोल भी कर सकता है.'
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