भारत और बांग्लादेश के बीच पहला टेस्ट मैच चटगांव में खेला जा रहा है. इस मुकाबले की पहली पारी में भारतीय टॉप ऑर्डर से धमाकेदार खेल की आस थी लेकिन ऐसा नहीं हो पाया था. विराट कोहली, केएल राहुल, शुभमन गिल जैसे धुरंधर बल्लेबाज एक-एक करके पवेलियन लौटते गए. वो तो शुक्र हो चेतेश्वर पुजारा और श्रेयस अय्यर का जिन्होंने शतकीय पार्टनरशिप करके पारी को संभाला. बाद में आर. अश्विन और कुलदीप यादव ने भी दमदार पारियां खेली हैं जिसके चलते भारत अच्छे स्कोर की तरफ पहुंच पाया है.
कहां गई टीम इंडिया की आक्रामक रणनीति?
मुकाबले के शुरू होने से पहले केएल राहुल ने बड़ी-बड़ी बातें की थीं. राहुल ने मुकाबले से पहले कहा था कि भारतीय टीम इंग्लैंड की तरह आक्रामक तरीके से टेस्ट क्रिकेट खेलेगी, लेकिन पहली पारी को देखने से साफ पता चलता है टीम इंडिया की रणनीति फ्लॉप साबित हुई है और उसके बैटर्स ताबड़तोड़ बैटिंग करने में नाकाम रहे हैं. देखा जाए तो खुद केएल राहुल ही इस रणनीति की धज्जियां उड़ाते दिखे. राहुल ने 54 बॉल पर महज 22 रन बनाए जिसमें तीन चौके शामिल थे. राहुल को खालेद अहमद ने बोल्ड किया.
दूसरे ओपनर शुभमन गिल का भी कमोबेश यही हाल रहा. ताइजुल इस्लाम की बॉल पर आउट होने वाले शुभमन गिल ने 20 रन बनाने के लिए 40 बॉल खेल लीं. विराट कोहली तो सेट होने से पहले ही चलते बने. कोहली को ताइजुल इस्लाम ने एलबीडब्ल्यू आउट किया. भारत ने शुरुआती 19.3 ओवर में महज 48 रन बनाए थे और उसके तीन विकेट गिर चुके थे. बाद में ऋषभ पंत जरूर आक्रामक रणनीति पर खरे उतरे. पंत ने 45 गेंदों का सामना करते हुए 46 रन बनाए जिसमें छह चौके और दो छक्के शामिल रहे.
पुजारा-श्रेयस और अश्विन ने किया कमाल
पंत के आउट होने के बाद चेतेश्वर पुजारा और श्रेयस अय्यर ने भारतीय पारी को संभाला. चेतेश्वर पुजारा ने जहां 90 रनों की पारी खेली, वहीं श्रेयस अय्यर ने 86 रनों का योगदान दिया. श्रेयस और पुजारा ने पांचवें विकेट के लिए 149 रनों की पार्टरनरशिप की. श्रेयस-पुजारा के बाद आर. अश्विन और कुलदीप यादव ने भी आठवें विकेट के लिए शानदार साझेदारी खेलकर भारत को 350 के पार पहुंचा दिया.
क्या कहा था केएल राहुल ने?
राहुल ने मुकाबले से दो दिन पहले कहा था, ‘टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाने के लिए हमें आक्रामक खेलना होगा. हमें पता है कि हम कहां हैं और फाइनल के लिए क्वालिफाई करने के लिए क्या करना है. हर दिन और हर सत्र में हम आकलन करेंगे कि सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए क्या करना है. हम आक्रामक और बेखौफ क्रिकेट खेलकर नतीजा निकालने की कोशिश करेंगे. यह पांच दिन का मैच है और छोटे लक्ष्य लेकर उतरना जरूरी है. हर सत्र में अलग मांग होगी लेकिन यह तय है कि हमें आक्रामक खेल दिखाना है.'
राहुल ने इंग्लिश टीम की आक्रामक बैटिंग को लेकर कहा था, 'मुझे नहीं लगता कि यह लापरवाह क्रिकेट है. वे सोच समझकर ऐसा खेल रहे हैं. उन्होंने अपने खिलाड़ियों का साथ दिया और खिलाड़ी टीम के लिए अच्छा काम कर रहे हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपने इसे कैसे किया. क्रिकेट बदल रहा है और इसका कोई पारंपरिक ढर्रा नहीं है कि इसे कैसे खेला जाएगा.'
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