भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की. ऑस्ट्रेलियाई धरती पर भारतीय टीम 2008 के बाद टी20 सीरीज नहीं हारी है. वो सिलसिला इस बार भी बरकरार रहा. भारत और श्रीलंका की सह-मेजबानी में होने जा रहे टी20 वर्ल्ड कप 2026 के मद्देनजर भारतीय टीम के लिए ये सीरीज काफी अहम थी.
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में कुछ प्रयोग भी किए. कुछ एक्सेपेरिमेंट सफल रहे, कुछ नाकामयाब रहे. अब आगामी वर्ल्ड कप के मद्देनजर भारत को साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में प्रयोग करने से बचना होगा. वर्ल्ड कप से पहले सटीक कॉम्बिनेशन सेट करना ही भारतीय टीम के लिए बेहतर होगा. वैसे ऑस्ट्रेलिया सीरीज से कुछ सकारात्मक चीजें भी निकलकर सामने आईं. आइए इस पर नजर डालते हैं...
1. वॉशिंगटन का 'सुंदर' प्रदर्शन: वॉशिंगटन सुंदर ने इस सीरीज में फिनिशर के रोल में दिखे. सुंदर ने 2 पारियों में 61 की औसत से 61 रन बनाए. होबार्ट टी20 मैच में सुंदर ने 49 रनों की तूफानी पारी खेलकर गेम पलट दिया था. फिर गोल्ड कोस्ट टी20 में सुंदर ने सिर्फ 3 रन देकर तीन विकेट झटके. सुंदर ने ऑलराउंड खेल से टी20 वर्ल्ड कप 2026 के लिए अपना दावा मजबूत किया है. वैसे भी गौतम गंभीर उन खिलाड़ियों को काफी बैक करते हैं, जो गेंद और बल्ले से खेल पलटने में माहिर हों.
2. अभिषेक शर्मा की निरंतरता: सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने एशिया कप 2025 में भारतीय टीम की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी. तब अभिषेक ने 200 की स्ट्राइक रेट और 44.75 के एवरेज से 314 रन बनाए थे. अब अभिषेक ने इस टी20 सीरीज में बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया. अभिषेक ने 5 मैचों मे 40.75 की औसत से सबसे ज्यादा 163 रन बनाए. अभिषेक ने उम्मीदों के मुताबिक भारतीय टीम को तूफानी शुरुआती दिलाई, जो टीम के काम आई. अभिषेक की निरंतरता भारतीय टीम के लिए शुभ साबित हो रही है.
3. वरुण चक्रवर्ती की मिस्ट्री: लेग-स्पिनर वरुण चक्रवर्ती टी20 इंटरनेशनल में शानदार प्रदर्शन कर रहे है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में उन्होंने गेंद से कमाल का प्रदर्शन किया. वरुण की मिस्ट्री गेंदों का कंगारुओं के पास जवाब नहीं था. वरुण ने अपनी टीम के लिए उस समय विकेट्स झटके, जब सबसे ज्यादा जरूरत थी. वरुण ने पांच मैचों में 6.83 की इकोनॉमी रेट से पांच विकेट चटकाए और वो भारत की ओर से इस सीरीज में सबसे कामयाब गेंदबाज रहे.
4. शुभमन गिल की फॉर्म में वापसी: एशिया कप 2025 में उप-कप्तान शुभमन गिल ने उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था. लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी20 सीरीज में शुभमन लय में दिखे. शुभमन इस सीरीज में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे. शुभमन ने 5 पारियों में 44.00 की औसत और 136.08 की स्ट्राइक रेट से 132 रन बनाए.
5. अर्शदीप सिंह बने भरोसेमंद: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को शुरुआती दो मैचों के लिए प्लेइंग-11 में जगह नहीं मिली थी. अर्शदीप टी20 इंटरनेशनल में भारत के सबसे सफल गेंदबाज हैं, ऐसे में उन्हें बाहर रखना हैरत भरा रहा. अर्शदीप की जैसे ही प्लेइंग-11 में वापसी हुई, उन्होंने अपनी चमक बिखेरी. अर्शदीप ने होबार्ट टी20 में 3 विकेट लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई. कैनबरा टी20 में भी अर्शदीप ने कसी गेंदबाजी की और एक विकेट हासिल किया.
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