भारत और श्रीलंका की महिला क्रिकेट टीम के बीच रविवार को 5 मैचौं की टी20 सीरीज का चौथा मैच खेला गया. इस मैच में भारतीय टीम ने 30 रनों से जीत हासिल की और सीरीज में 4-0 की बढ़त बना ली है. श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का न्योता भारत को दिया था. भारत ने पहले बैटिंग करते हुए शेफेली वर्मा और स्मृति मंधाना के तूफानी फिफ्टी और ऋचा घोष की फिनिशिंग टच के दम पर श्रीलंका को 222 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन श्रीलंका की टीम 6 विकेट खोकर 20 ओवर में 191 रन ही बना सकी.
ऐसी रही श्रीलंका की बल्लेबाजी
भारत के 222 रनों के जवाब में उतरी श्रीलंका की शुरुआत भी बेहद शानदार रही. परेरा और चमारी अट्टापट्टू ने अर्धशतकीय साझेदारी की. लेकिन छठे ओवर में श्रीलंका को पहला झटका लगा जब हसीनी परेरा 33 रन बनाकर आउट हुईं. इसके बाद दुल्हानी और अट्टापट्टू ने कमान संभाली. कप्तान चमारी ने 37 गेंदों में 52 रन बनाए. लेकिन 13वें ओवर में उनका विकेट गिरा. इसके बाद भारतीय गेंदबाजों ने शिकंजा कस लिया. आखिरकार श्रीलंका की टीम 191 के स्कोर तक ही पहुंच सकी.
ऐसी रही भारत की बल्लेबाजी
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारत की शुरुआत बेहद शानदार रही. स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने छक्के-चौकों की बरसात की. दोनों ने 10 ही ओवर में भारत का स्कोर 85 तक पहुंचा दिया. वहीं, शेफाली वर्मा ने केवल 30 गेंदों में 7 चौकों की मदद से फिफ्टी पूरी की. भारत को पहला झटका 16वें ओवर में लगा जब शेफाली वर्मा ने 79 रनों की पारी खेलकर अपना विकेट गंवाया. 162 के स्कोर पर भारत को झटका लगा. लेकिन दूसरी ओर से मंधाना की पारी जारी रही. लेकिन 17वें ओवर में मंधाना का विकेट गिरा. मंधाना ने 48 गेंद में 80 रन बनाए. अपनी पारी में मंधाना ने 11 चौके और 3 छक्के लगाए.
इसके बाद ऋचा घोष ने शानदार बल्लेबाजी की. उन्होंने 16 गेंद में 40 रन बनाए और 4 चौके और 3 छक्के जड़े. वहीं, कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 10 गेंद में 16 रन बनाए. इसकी बदौलत भारत ने श्रीलंका के सामने 222 रनों का लक्ष्य रखा.
भारतीय महिला (प्लेइंग इलेवन): शेफाली वर्मा, स्मृति मंधाना, हरलीन देओल, हरमनप्रीत कौर (कप्तान), ऋचा घोष, दीप्ति शर्मा, अमनजोत कौर, अरुंधति रेड्डी, वैष्णवी शर्मा, रेणुका सिंह ठाकुर, श्री चरणी.
श्रीलंका महिला (प्लेइंग इलेवन): हासिनी परेरा, चमारी अट्टापट्टू, हर्षिता समरविक्रमा, कविशा दिलहारी, इमेशा दुलानी, नीलाक्षिका सिल्वा, कौशानी नुथ्यांगना (डब्ल्यू), मालशा शेहानी, रश्मिका सेववंडी, काव्या कविंदी, निमशा मदुशानी.
भारत ने इसके पहले खेले गए तीनों मुकाबलों में लक्ष्य का पीछा किया था, लेकिन किसी भी मैच में 14.4 ओवर से ज़्यादा बल्लेबाज़ी नहीं की, तीन से अधिक विकेट नहीं गंवाए, और कभी भी 129 से अधिक के लक्ष्य का सामना नहीं किया.
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