भारत और साउथ अफ्रीका के बीच कोलकाता के ई़डन गार्डन्स में टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला 14 नवंबर (शुक्रवार) से शुरू हो रहा है. इस मुकाबले में शुभमन गिल भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे. वहीं टेम्बा बावुमा साउथ अफ्रीकी टीम की कमान संभालेंगे. भारतीय समयानुसार ये मुकाबला सुबह 9.30 बजे शुरू होगा.
कोलकाता का ईडन गार्डन्स का साउथ अफ्रीकी टीम से खास नाता रहा है. इसी मैदान पर साउथ अफ्रीका ने इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के बाद अपना पहला मैच खेला था, जो 10 नवंबर 1991 को भारत के खिलाफ हुआ. साथ ही साउथ अफ्रीकी टीम को भारत में पहली टेस्ट जीत इसी मैदान पर हासिल हुई. वो टेस्ट मैच 27 नवंबर 1996 से 1 दिसंबर 1996 तक खेला गया था. उस मुकाबले में भारतीय टीम की कप्तानी सचिन तेंदुलकर ने की थी, वहीं हैंसी क्रोनिए ने साउथ अफ्रीकी टीम की कमान संभाली थी.
ये वही मैच था जिसमें लांस क्लूजनर ने अपने डेब्यू टेस्ट पर गेंद से तबाही मचा दी थी. उस मुकाबले में साउथ अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए अपनी पहली पारी में 428 रन बनाए थे. एंड्रयू हडसन ने 146 और गैरी कर्स्टन ने 102 रनों का योगदान दिया था. वेंकटेश प्रसाद सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 6 खिलाड़ियों को आउट किया था. इसके जवाब में भारत की पहली इनिंग्स 329 रनों पर सिमट गई.
गैरी कर्स्टन ने दोनों पारियों में जड़ा था शतक
भारतीय टीम के लिए पहली पारी में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सबसे ज्यादा 109 रन बनाए. पहली पारी के आधार पर साउथ अफ्रीका को 99 रनों की अच्छी लीड मिली थी. इसके बाद साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी इनिंग्स 3 विकेट पर 367 रन बनाकर घोषित की. सलामी बल्लेबाज कर्स्टन ने साउथ अफ्रीका के लिए दूसरी पारी में भी शतक (133 रन) जड़ा. डेरिल कलिल के बल्ले से भी नाबाद 153 रन निकले.
467 रनों के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम मैच की चौथी पारी में सिर्फ 137 रनों पर सिमट गई. यानी भारतीय टीम को 329 रनों से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. दाएं हथ के ऑलराउंडर लांस क्लूजनर ने 64 रन देकर 8 विकेट निकाले. ये डेब्यू पर किसी साउथ अफ्रीकी गेंदबाज का एक पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. साथ ही टेस्ट डेब्यू पर किसी गेंदबाज का एक इनिंग्स में ये चौथा सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा था.
लांस क्लूजनर ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी अलग छाप छोड़ी. हालांकि क्लूजनर टेस्ट क्रिकेट में उसके बाद कभी भी पारी में पांच या उससे ज्यादा विकेट नहीं झटक पाए. क्लूजनर ने साउथ अफ्रीका के लिए 49 टेस्ट और 171 वनडे इंटरनेशनल मुकाबले खेले. टेस्ट क्रिकेट में क्लूजनर ने 32.86 की औसत से 1906 रन बनाए, जिसमें 4 शतक और 8 अर्धशतक शामिल रहे. क्लूजनर ने क्रिकेट के सबसे बड़े फॉर्मेट में साउथ अफ्रीका के लिए 37.91 की औसत से 80 विकेट झटके.
क्लूजनर का निकनेम 'जुलू' क्यों पड़ा?
लांस क्लूजनर के नाम पर वनडे इंटरनेशनल में 41.10 के एवरेज से 3576 रन दर्ज हैं. क्लूजनर ने वनडे इंटरनेशनल में 2 शतक और 19 अर्धशतक लगाए. गेंदबाजी की बात करें तो क्लूजनर ने वनडे इंटरनेशनल में 29.95 के एवरेज से 192 विकेट चटकाए. क्लूजन ने ओडीआई क्रिकेट में 6 मौकों पर पारी में 5 या उससे ज्यादा विकेट लिए. क्लूजनर 1999 के क्रिकेट वर्ल्ड कप में 'प्लेयर ऑफ द' टूर्नामेंट रहे थे. क्लूजनर को जुलू (अफ्रीकी भाषा) पर काफी पकड़ थी, जिसके चलते वो 'जुलू' नाम से फेमस हुए. क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद उन्होंने जुलू और खोसा दोनों भाषाओं में भी कमेंट्री की.
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