भारत और इंग्लैंड के बीच द ओवल में खेले गए चौथे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने दमदार प्रदर्शन किया. पहली पारी में लड़खड़ाई टीम इंडिया ने जोरदार वापसी की, जिसका श्रेय सीधे तौर पर गेंदबाजों के खाते में जाता है.
आखिरी दिन मैच जीतने के लिए भारतीय टीम को 10 विकट निकालने थे, जिसे बिना हेड कोच रवि शास्त्री और बॉलिग कोच भरत अरुण के गेंदबाजों ने निकालकर दे दिया. टीम ने इंग्लैंड को 157 रनों के भारी भरकम अंतर से हरा दिया.
बता दें कि ओवल टेस्ट के तीसरे दिन हेड कोच रवि शास्त्री के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद टीम को तगड़ा झटका लगा था. इसके बाद बॉलिग कोच भरत अरुण और फील्डिंग कोच आर श्रीधर की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी. इन्हें 10 दिनों के लिए आइसोलेशन में भेज दिया गया. ये हालात तब बने जब टीम इंडिया संकट में दिखाई दे रही थी.
टीम में ना तो मोहम्मद शमी थे और ना ही अश्विन
5वें दिन मैच गेंदबाजों के हाथों में था, टीम में ना तो मोहम्मद शमी थे और ना ही अश्विन. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने सधी गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड के हाथों से मैच छीन लिया. 5वें दिन टीम इंडिया को पहली सफलता शार्दुल ठाकरे ने दिलाई.
लंच के बाद जसप्रीत बुमराह ने पॉप और बेयरस्टो को चलता कर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी. जडेजा ने भी कमाल की गेंदबाज करते हुए दो ऐसे विकेट निकालकर दिए, जो टीम इंडिया के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकते थे. कप्तान रूट को चलता कर शार्दुल ने इंग्लैंड को पूरी तरह बैकफुट पर ढकेल दिया. इसके बाद इंग्लिश टीम संभल नहीं पाई और भारत ने मैच जीत लिया.
4th Test: बुमराह-जडेजा ने पलटा मैच
ओवल में भारतीय टीम 50 साल बाद जीती
पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया 2-1 से आगे है. सीरीज का पहला मुकाबला ट्रेंट ब्रिज में खेला गया था, जो ड्रॉ रहा था. लॉर्ड्स में खेला गया दूसरा टेस्ट टीम इंडिया ने जीता था. जबकि लीड्स में खेला गया तीसरा टेस्ट मैच इंग्लैंड के नाम रहा था. वहीं, चौथा टेस्ट टीम इंडिया ने बिना हेड कोच के अपने नाम किया है. ओवल में भारतीय टीम 50 साल बाद जीती है, उसने 1971 में आखिरी बार ओवल में टेस्ट मैच अपने नाम किया था.
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