एशिया कप विजेता भारतीय टीम ने एशियन क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के चेयरमैन मोहसिन नकवी से ट्रॉफी नहीं ली थी. मोहसिन नकवी ट्रॉफी लिए करीब घंटे भर तक मंच पर इंतजार करते रहे, लेकिन भारतीय खिलाड़ी बार-बार बुलाने पर भी नहीं गए. इसके बाद नकवी ट्रॉफी लेकर चले गए और भारतीय टीम बिना ट्रॉफी के ही स्वदेश लौट आई. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने यह मुद्दा एसीसी की एजीएम में भी उठाया था.
ट्रॉफी भारत भिजवाने की बीसीसीआई की डिमांड पर मोहसिन नकवी ने कहा है कि सूर्य कुमार यादव एसीसी के ऑफिस आएं और ट्रॉफी ले जाएं. पूर्व क्रिकेटर और सांसद कीर्ति आजाद ने भी इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. कीर्ति आजाद ने कहा है कि राई का पहाड़ बनाया जा रहा है. उसने जो किया, वो किया. यहां बीसीसीआई बैठी हुई है, कोई उसकी (मोहसिन नकवी की) व्यक्तिग ट्रॉफी थोड़ी ना है. उन्होंने कहा कि बीसीसीआई आपत्ति करके वह ट्रॉफी किसी और के हाथ से दिला सकती थी. क्या यूएई उनके साथ था, हांगकांग उनके साथ में था. कोई उनके साथ में नहीं था.
कीर्ति आजाद ने कहा कि इसको बस एक ड्रामा बनाया जा रहा है, तीन-चार दिन तक खींचना है. और कुछ नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि पहले तो खेलने ही नहीं जाना चाहिए था. खेलने आप गए, तो फिर हाथ नहीं मिलाना. 10 दिन पहले ड्रेसिंग रूम में पूरी भारतीय टीम उससे हाथ मिला रही थी. कीर्ति आजाद ने कहा कि ये सारी चीजें ड्रामा हैं. इस ट्रॉफी की कस्टोडियन एशियन क्रिकेट काउंसिल है, ना कि ये मंत्री जो भी इसका नाम है.
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उन्होंने दावा किया कि ट्रॉफी तो उसी दिन हम लोगों को मिल जाती, लेकिन यहां एक ड्रामा बनाना है. इंडिया पाकिस्तान दिखाना है. कीर्ति आजाद ने कहा कि ये ड्रामा तो उसी दिन खतम हो गया होता. उन्होंने कहा कि आप बैट बॉल लेकर चल दो कि इसने तो मुझे आउट किया है. ऐसे नहीं होता है. आईसीसी के चेयरमैन और बीसीसीआई को मालूम है कि इस ट्रॉफी का आयोजन एसीसी ने किया है. ट्रॉफी की कस्टोडियन तो एसीसी है. इसे आराम से लिया जा सकता था.
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कीर्ति आजाद ने कहा कि लेकिन बीसीसीआई ने कुछ नहीं बोला, आईसीसी ने भी कुछ नहीं बोला और आराम से इसकी कहानी चलवाने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने यह तर्क भी दिया कि किसी की ली हुई ट्रॉफी कोई ऐसे उठाकर जा सकता है क्या. वहीं पर ट्रॉफी लेनी चाहिए थी. बीसीसीआई ने ट्रॉफी क्यों नहीं ली. कीर्ति आजाद ने नकवी के ट्रॉफी लेकर भागने के तर्क को खारिज कर दिया और कहा कि कैसे लेकर भाग सकता है कोई. एफआईआर क्यों नहीं करवाई. उन्होंने कहा कि एसीसी का चेयरमैन, आईसीसी का चेयरमैन... ये टेंपररी होता है, कोई मालिक नहीं.
'बीसीसीआई क्या कर रहा' कीर्ति आजाद ने उठाए सवाल
कीर्ति आजाद ने कहा कि फालतू की बातें बनाई जा रही हैं कि ये लेकर भाग गया, वो लेकर भाग गया. बीसीसीआई क्या कर रहा है. उन्होंने बीसीसीआई के एसीसी की एजीएम में यह मुद्दा उठाने को लेकर कहा कि ट्रॉफी उठाना चाहिए था न. वहीं, पूर्व क्रिकेटर मदन लाल ने कहा कि मोहसिन नकवी गलती पर गलती करते जा रहे हैं और मानने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने कहा कि मोहसिन नकवी अभी शर्मिंदा हैं सारी दुनिया में.
एसीसी के चीफ हैं, बड़ा बनना चाहिए था- मदन लाल
मदन लाल ने आगे कहा कि एशिया के क्रिकेट बोर्ड भी उनके खिलाफ ही बोल रहे हैं. आप एसीसी के प्रेसिडेंट हैं, आपको बड़ा बनना चाहिए था. उन्होंने कहा कि जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था. उन्हें खेल की जानकारी ही नहीं है. मदन लाल ने कहा कि उनको पहले ही यह तय कर लेना चाहिए था कि हमसे नहीं ले रहे ट्रॉफी, तो चलो किसी दूसरे से दिलवा देते हैं. लेकिन अकड़ है ना. आप खुद ही देश का नाम खराब कर रहे हो.
ट्रॉफी लेने सूर्य कुमार को नहीं भेजना चाहिए- अतुल वासन
अतुल वासन ने कहा कि जब तक वीडियो नहीं देख लेता, नहीं मानूंगा कि नकवी ने माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को सूर्य कुमार यादव को नहीं भेजना चाहिए ट्रॉफी लेने. आप घोड़ी नहीं चढ़े, सेहरा नहीं बांधा तो क्या शादी नहीं हुई. शादी तो हो चुकी है. अतुल वासन ने कहा कि भारतीय टीम ने ट्रॉफी जीती है. ऐसा कोई रूल नहीं है कि ट्रॉफी प्रेसिडेंट ही देगा. सलमान आगा जो चेक फेंक कर गए थे, उसको कैंसिल कराएंगे या नहीं कराएंगे.
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