भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट गंवा दिया. यह मैच भारतीय टीम के हाथ में था, लेकिन अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर की शानदार पारी ने मैच छीन लिया. इस तरह तीन टेस्ट की सीरीज 1-1 से बराबरी पर है. इस मुकाबले में विराट कोहली चोट के चलते नहीं खेले थे. उनकी जगह केएल राहुल ने कप्तानी की थी.
कई फैंस का मानना है कि यदि इस मैच में कोहली होते, तो शायद मैच का परिणाम कुछ और ही होता. हालांकि, पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज आशीष नेहरा इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते. उन्होंने कहा कि मैच में कोहली जैसे बल्लेबाज को मिस जरूर किया, लेकिन उनके रहने से मैच का परिणाम बदल जाता ऐसा नहीं है.
कोहली की गैरमौजूदगी में एग्रेशन की कमी नहीं दिखी
नेहरा ने कहा कि पहली बात तो यह है कि मेरा मानना है भारतीय टीम ने विराट कोहली जैसे बल्लेबाज को मिस किया है. हां, बतौर कप्तान उनका एग्रेशन भी मिस किया, लेकिन मैं यह नहीं कहना चाहता कि उनके नहीं होने से भारतीय टीम में एग्रेशन की कमी थी. आप मैच में काफी सारी आवाजें सुन सकते थे. ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह काफी एग्रेशन में दिखाई दिए. यदि आप यह कहना शुरू कर दें कि भारतीय टीम हर बार हारेगी ही, तो इस बात का कोई अंत नहीं है.
कोहली के रहते हुए भारतीय टीम 36 रन पर सिमट गई थी
आशीष नेहरा ने ऑस्ट्रेलिया दौरे (2020-21) का भी जिक्र किया, जिसमें भारतीय टीम 36 रन पर सिमट गई थी. उन्होंने कहा कि कोहली उस मैच में भी खेले थे, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम 36 रन पर सिमट गई थी. हालांकि, उसके बाद सीरीज के सभी मैच में कोहली नहीं खेले थे और भारतीय टीम ने सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया था.
विराट के रहने टीम इंडिया मैच नहीं जीत जाती
पूर्व भारतीय गेंदबाज ने कहा कि कोहली अनुभवी हैं और उनके मैदान पर रहने से विपक्षी टीम पर दबाव रहता है. बतौर बल्लेबाज जोहानिसबर्ग टेस्ट में टीम ने उन्हें मिस किया, लेकिन मेरा ऐसा मानना नहीं है कि यदि कोहली होते तो भारतीय टीम मैच ही जीत जाती. यह किसी एक खिलाड़ी पर निर्भर नहीं होता. यदि कोहली के रहने से एग्रेशन आता है, तो ऐसा भी नहीं था कि उनकी गैरमौजूदगी में टीम शांत ही हो गई हो. भारतीय टीम के कंधे झुके नहीं थे.
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