Navy Day 2023: जहां से भारतीय नौसेना की शुरूआत हुई, वहीं छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का अनावरण करेंगे PM Modi

4 दिसंबर 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में 'नौसेना दिवस 2023' समारोह में भाग लेंगे. साथ ही छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का अनावरण करेंगे. इसके अलावा भारतीय नौसेना के जहाजों और विशेष बलों की ताकत का प्रदर्शन भी देखेंगे.

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हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. छत्रपति शिवाजी महाराज को भारतीय नौसेना का जनक कहा जाता है. (फोटोः PTI) हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता है. छत्रपति शिवाजी महाराज को भारतीय नौसेना का जनक कहा जाता है. (फोटोः PTI)

आजतक साइंस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 03 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 12:14 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल यानी 4 दिसंबर, 2023 को महाराष्ट्र का दौरा करेंगे. प्रधानमंत्री शाम करीब 4:15 बजे महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग पहुंचेंगे. राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे. उसके बाद सिंधुदुर्ग में 'नौसेना दिवस 2023' समारोह के कार्यक्रम में भाग लेंगे. 

प्रधानमंत्री तारकरली समुद्र तट, सिंधुदुर्ग से भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों, विमानों और विशेष बलों के 'परिचालन प्रदर्शन' को भी देखेंगे. नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को मनाया जाता है. नौसेना ने इसे लेकर X हैंडल पर एक वीडियो जारी किया है. आप यहां नीचे देखिए... 

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सिंधुदुर्ग में 'नौसेना दिवस 2023' समारोह छत्रपति शिवाजी महाराज की समृद्ध समुद्री विरासत को श्रद्धांजलि है, जिनकी जलव्याघ्र से नया नौसेना ध्वज प्रेरित है, इसे पिछले साल अपनाया गया जब प्रधानमंत्री ने पहले स्वदेशी विमान वाहक आईएनएस विक्रांत को नौसेना में शामिल कराया था. 

नौसेना दिवस के अवसर पर हर साल भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों, विमानों और विशेष बलों द्वारा 'परिचालन प्रदर्शन' आयोजित करने की परंपरा है. ये 'परिचालन प्रदर्शन' लोगों को भारतीय नौसेना द्वारा किए गए मल्टी-डोमेन ऑपरेशन के विभिन्न पहलुओं को देखने का अवसर प्रदान करते हैं. यह जनता के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति नौसेना के योगदान पर प्रकाश डालता है. इसके साथ ही यह नागरिकों के बीच समुद्री चेतना को भी बढ़ाता है. 

भारतीय नौसेना (Indian Navy) की ताकत

1612 में स्थापित भारतीय नौसेना के प्रमुख देश के राष्ट्रपति हैं. ये सेना परमाणु युद्ध रोकने, सीलिफ्ट, फोर्स प्रोजेक्शन और नेवल वॉरफेयर के लिए बनाई गई है. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, केरल, लक्षद्वीप, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक और गुजरात के सेंटर एम्यूनिशन सपोर्ट, लॉजिस्टिक्स, मेंटेनेंस सपोर्स, मार्कोस बेस, एयर स्टेशन, फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस, सबमरीन और मिसाइल बोट बेस आदि पर काम करते हैं. 

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भारतीय नौसेना के पास 75 हजार रिजर्व, 67,252 सक्रिय जवान हैं. दो एयरक्राफ्ट कैरियर है. 300 एयरक्राफ्ट है, 150 जहाज और सबमरीन हैं. 4 फ्लीट टैंकर्स हैं. 1 माइन काउंटरमेजर वेसल हैं. 24 कॉर्वेट्स हैं. 15 अटैक सबमरीन हैं. 1 बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन हैं. 1 न्यूक्लियर पावर्ड अटैक सबमरीन है. 14 फ्रिगेट्स, 10 डेस्ट्रॉयर्स, 8 लैंडिंग शिप टैंक्स, 1 एंफिबियस ट्रांसपोर्ट डॉक, दो एयरक्राफ्ट करियर हैं. कई छोटे पेट्रोल बोट्स हैं. 

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