Pradosh Vrat 2021: सोम प्रदोष व्रत आज, जानें इसकी महिमा और पूजन विधि

हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है. इस व्रत के प्रभाव से चन्द्रमा अपना शुभ फल देता है.

Advertisement
Pradosh Vrat 2021: सोम प्रदोष व्रत आज, जानें इसकी महिमा और पूजन विधि Pradosh Vrat 2021: सोम प्रदोष व्रत आज, जानें इसकी महिमा और पूजन विधि

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 07 जून 2021,
  • अपडेटेड 7:27 AM IST
  • हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत का रिवाज
  • सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने से इसका महत्व अधिक

ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को सोम प्रदोष व्रत है. यानी सोम प्रदोष व्रत इस बार सोमवार, 7 जून को रखा जा रहा है. शास्त्रों में प्रदोष व्रत को सर्वसुख प्रदान करने वाला व्रत बताया गया है. हर महीने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाता है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है. इस व्रत के प्रभाव से चन्द्रमा अपना शुभ फल देता है. सोम प्रदोष व्रत के दिन शिव की आराधना से व्यक्ति की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं. शुक्ल पक्ष का सोम प्रदोष व्रत आज है.

Advertisement

सोम प्रदोष व्रत का महत्व
हर प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा होती है. सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन माना जाता है. सोमवार के दिन प्रदोष व्रत पड़ने से इसका महत्व और बढ़ जाता है. सोम प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त की जा सकती है  इससे जीवन में किसी प्रकार का अभाव नहीं रहता है. प्रदोष व्रत करने से धन सबंधी दिक्कतें भी दूर हो जाती हैं. मान्यता है कि सोम प्रदोष व्रत करने से योग्य वर-वधू की प्राप्ति होती है.

सोम प्रदोष व्रत की पूजा विधि 
सुबह नहा कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. हल्के लाल या गुलाबी रंग का वस्त्र धारण करना शुभ रहता है. चांदी या तांबे के लोटे से शुद्ध शहद एक धारा के साथ शिवलिंग पर अर्पण करें. उसके बाद शुद्ध जल की धारा से अभिषेक करें तथा ॐ सर्वसिद्धि प्रदाये नमः मन्त्र का 108 बार जाप करें. अपनी समस्या के लिए भगवान शिव से प्रार्थना करें. प्रदोष व्रत कथा का पाठ करें और शिव चालीसा पढ़ें. आज के दिन महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए.

Advertisement

शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 07 जून को सुबह 08 बजकर 48 मिनट से शुरू होकर 08 जून को सुबह 11 बजकर 24 मिनट तक रहेगी. 7 जून को सोम प्रदोष व्रत मनाया जाएगा और 8 जून को व्रत का पारण किया जाएगा.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement