पाकिस्तान के लिए जासूसी कर रहा प्रकाश सिंह राजस्थान से गिरफ्तार, ISI के लिए करता था काम

राजस्थान CID ने पंजाब के प्रकाश सिंह उर्फ बादल को ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में श्रीगंगानगर से पकड़ा. वह सेना की मूवमेंट, सैन्य ठिकानों और बॉर्डर निर्माण की फोटो-वीडियो पाकिस्तान भेजता था. दूसरों के मोबाइल OTP से व्हाट्सएप अकाउंट बनवाकर नेटवर्क चलाता था. ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट में केस दर्ज हुआ.

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ऑपरेशन सिंदूर के वक्त से ही ISI के संपर्क में था प्रकाश सिंह बादल (Photo: ITG) ऑपरेशन सिंदूर के वक्त से ही ISI के संपर्क में था प्रकाश सिंह बादल (Photo: ITG)

aajtak.in

  • जयपुर,
  • 02 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 9:29 AM IST

राजस्थान पुलिस की CID इंटेलिजेंस विंग ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. सीआईडी ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने वाले पंजाब के युवक प्रकाश सिंह उर्फ बादल (34) को श्रीगंगानगर से गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक, जासूस प्रकाश सिंह, पंजाब के फिरोजपुर का रहने वाला है. वह श्रीगंगानगर में सैन्य क्षेत्र के आस-पास घूमते पकड़ा गया. यह जासूस भारतीय सेना की हर मूमेंट पर नजर रखकर फोटो-वीडियो पाकिस्तान भेज रहा था.

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CID इंटेलिजेंस के IG प्रफुल्ल कुमार ने बताया, "प्रकाश सिंह उर्फ बादल मूल रूप से पंजाब के फिरोजपुर जिले के गांव भांभा हाजी का रहने वाला है. यह शख्स सोशल मीडिया, खासकर व्हाट्सएप के जरिए पाकिस्तान स्थित अपने ISI हैंडलरों से लगातार संपर्क में था."

अधिकारी ने आगे बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के वक्त से ही वह ISI के संपर्क में था और राजस्थान, पंजाब व गुजरात में सेना की गतिविधियों, वाहनों की मूवमेंट, सैन्य ठिकानों, सीमा पर बन रहे पुल-सड़क-रेलवे लाइन और नए निर्माण कार्यों की तस्वीरें-वीडियो क्लिक करके पाकिस्तान भेजता था.

दूसरे के नाम पर चलाता था व्हाट्सएप...

सबसे खतरनाक बात यह कि प्रकाश सिंह दूसरों के मोबाइल नंबर का OTP लेकर उनके नाम से व्हाट्सएप एकाउंट बनवाता था और उन एकाउंट्स से पाकिस्तानी हैंडलर जासूसी व अन्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियां चलाते थे. इसके बदले उसे मोटी रकम भी मिल रही थी.

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27 नवंबर को श्रीगंगानगर के साधुवाली सैन्य क्षेत्र के पास संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिली थी. बॉर्डर इंटेलिजेंस टीम ने उसे दबोच लिया. मोबाइल चेक किया तो कई पाकिस्तानी नंबरों से चैटिंग मिली. फिर जॉइंट इंटेरोगेशन सेंटर श्रीगंगानगर और बाद में जयपुर ले जाकर सभी खुफिया एजेंसियों ने गहन पूछताछ की. डिजिटल डेटा से सारी बातें साबित हो गईं.

यह भी पढ़ें: कौन है वकील र‍िजवान, ज‍िसकी हरियाणा के नूंह से पाकिस्तान के ल‍िए जासूसी में ग‍िरफ्तारी

आखिरकार, 1 दिसंबर को स्पेशल पुलिस स्टेशन जयपुर में ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 के तहत मुकदमा दर्ज कर प्रकाश सिंह उर्फ बादल को औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल पूछताछ जारी है और यह पता लगाया जा रहा है कि इसके नेटवर्क में राजस्थान-पंजाब में और कितने लोग शामिल हैं.

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(इनपुट- हरनेक सिंह)

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