उत्तर प्रदेश में सफाई कर्मचारी आलोक मौर्य और उनकी SDM पत्नी ज्योति मौर्य के बीच विवाद को लेकर कई मीम्स बन रहे हैं. इसी बीच एक ऐसा शपथ पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसे देख कोई भी चौंक जाए. यह शपथ पत्र पति और पत्नी के बीच का है, इसमें 500 रुपये के स्टॉम्प पेपर पर पत्नी ने एक अजीबोगरीब शपथ ली है. इस शपथ पत्र की सच्चाई क्या है, आइए फैक्ट चेक में जानते हैं.
सोशल मीडिया पर वायरल यह 500 रुपये के स्टॉम्प पेपर वाला शपथ पत्र 3 जुलाई का बताया जा रहा है. इस इकरारनामा के मुताबिक, कथित पत्नी अंजलि ने अपने कथित पति दिनेश मीणा से एक वादा किया है, जिसमें जयपुर में रहकर RAS की पढ़ाई करने का जिक्र है.
इसी के साथ नौकरी लगने के बाद पति को धोखा देने पर नौकरी से निलंबित करने के साथ-साथ पति को 1 करोड़ रुपये का जुर्माना देने का जिक्र है. इस शपथ पत्र को यूपी की एसडीएम ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य से जोड़कर वायरल किया जा रहा है.
इस कथित इकरारनामे में लिखा है कि, 'मैं अंजली मीना अपने पति दिनेश मीना और अन्य समस्त प्रमुख अधिकारियों के सामने यह वचन लेती हूं कि मेरे पति दिनेश मीना मुझे घर से दूर भेजकर जयपुर में RAS की तैयारी करा रहे हैं. अगर मैं कभी कर्मचारी बन जाती हूं तो अपने पति को धोखा नहीं दूंगी, लेकिन फिर भी अगर ऐसा करने की मेरी मजबूरी हुई तो मुझे पद से निलंबित कर दिया जाना चाहिए और मैं खुद भी मेरे पति और उनके परिवार को एक करोड़ रुपये का जुर्माना दूंगी.
इस शपथ पत्र के आखिरी में दिनेश के हिंदी में और अंजली के अंग्रेजी में हस्ताक्षर दर्ज हैं. अब मियां-बीवी का यह अनोखा इकरारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि इसकी असलियत की पुष्टि नहीं हो पाई है, क्योंकि यूजर्स इसे एडिट ही बता रहे हैं. 'आजतक' इस इकरारनामे की पुष्टि नहीं करता है. इसको लेकर यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
फैक्ट चेक टीम ने लगाया सच्चाई का पता
जब फैक्ट चेक टीम ने इसकी असलियत के बारे में राजस्थान हाईकोर्ट के अधिवक्ता अमितोष पारीक से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल शपथ पत्र एडिट किया हुआ है. इसमें बिल्कुल भी वास्तविकता नहीं है, क्योंकि यदि शपथ पत्र को देखेंगे तो उसमें जहां 3 जुलाई तारीख लिखी है, वो एक एडिट फोंट है, जबकि असली शपथ पत्र में जो डेट की मोहर लगती है, उसमें उस साल का जिक्र हमेशा होता है.
शपथ पत्र पर क्या लिखा है?
यदि मौजूदा साल की बात करते तो अभी सन 2023 है तो उसमें भी 3 जुलाई 2023 होगा. इस वायरल शपथ पत्र के बीच में हिंदुस्तान कोका कोला वेबरेज लिखा है, इससे जाहिर होता है कि शपथ पत्र प्रथम दृष्टया में नकली है. इसमें दिनांक सही नहीं है, जो कानून की दृष्टि से होनी चाहिए.
हाईकोर्ट के अधिवक्ता ने क्या कहा?
हाईकोर्ट के अधिवक्ता अमितोष पारीक ने कहा कि वायरल शपथ पत्र में कोका कोला वेबरेज का बैकग्राउंड में आना भी प्रश्नचिह्न खड़े करता है. इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट का भी इसमें अपराध बनता है. वहीं हिंदू मैरिज एक्ट के अंतर्गत एफिडेविट का आधार नहीं है.
विशाल शर्मा