जयपुर में 14 लोगों की जान लेने वाले डंपर चालक ने तीन जगह पी थी शराब, अब FSL रिपोर्ट खोलेगी नए राज

जयपुर के हरमाड़ा डंपर हादसे में 14 लोगों की जान लेने वाले आरोपी चालक कल्याण मीणा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पहले उसने केवल शाहपुरा में शराब पीने की बात कही, पर सख्ती के बाद उसने चंदवाजी और बढ़ारना में भी शराब पीने की बात कबूली. पुलिस को शक है कि उसने शराब के अलावा अन्य नशीला पदार्थ भी लिया था, जिसकी पुष्टि के लिए ब्लड सैंपल एफएसएल भेजे गए हैं. अब जांच की दिशा डंपर मालिक और कंपनी स्टाफ की ओर मुड़ गई है कि उन्होंने नशे में धुत व्यक्ति को चाबी क्यों दी.

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इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई. (Photo: ITG) इस हादसे में 14 लोगों की जान चली गई. (Photo: ITG)

विशाल शर्मा

  • जयपुर,
  • 05 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 7:39 PM IST

जयपुर के हरमाड़ा में 14 जिंदगियां कुचलने वाले डंपर हादसे की गुत्थी अब धीरे-धीरे सुलझने लगी है. मंगलवार रात पुलिस ने इस दिल दहला देने वाले कांड के आरोपी चालक कल्याण मीणा को गैर इरादतन हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है. पहले तो कल्याण ने बड़ी चालाकी से बयान दिया कि उसने सिर्फ शाहपुरा में शराब पी थी, लेकिन पुलिस की सख्त पूछताछ के बाद उसने खुद ही अपनी पोल खोल दी.

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शराब के साथ कोई और नशीला पदार्थ भी लिया था!
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने चंदवाजी और बढ़ारना में भी शराब पी थी. यानि रास्ते-रास्ते नशे की बोतलें खाली होती रहीं और फिर डंपर पर चढ़कर उसने एक-एक कर 17 गाड़ियों के साथ लोगों को उड़ाना शुरू कर दिया. उसने तीन जगह शराब पी. हालांकि पुलिस अंदेशा है कि उसने सिर्फ शराब नहीं, बल्कि कोई और नशीला पदार्थ भी लिया था. इसलिए अब ब्लड सैंपल एफएसएल भेज दिए गए हैं, जो बताएंगे कि उस दोपहरी में उसकी रगों में क्या बह रहा था जिसके कॉकटेल ने सड़क पर तांडव मचा दिया.

ड्राइवर के ब्लड सैंपल लिए गए
चौमू एसीपी उषा यादव ने बताया कि आरोपी कल्याण मीणा को एसएमएस अस्पताल से डिस्चार्ज करने के बाद गिरफ्तार किया गया. उसने खुद माना कि वह शराब के नशे में गाड़ी चला रहा था. वही उसके ब्लड सैंपल लिए गए हैं, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद अन्य नशे की पुष्टि होगी. अब मामले की उच्च स्तरीय जांच चल जा रही है.

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डंपर मालिक और प्लांट स्टाफ की ओर मुड़ी जांच
दरअसल आरोपी कल्याण मीणा एक रोड मिक्सर कंपनी में काम करता है और कुछ दिन की छुट्टियों के बाद लौटा तो कंपनी का नियमित डंपर चालक छुट्टी पर था. ऐसे में कंपनी प्रबंधन के किसी कर्मचारी ने बिना सोचे-समझे उसको ही डंपर की चाबी थमा दी, और यहीं से शुरू हो गया वह क़हर जो हरमाड़ा की सड़कों पर तबाही बनकर टूटा.

ऐसे में अब जांच की दिशा डंपर मालिक और प्लांट स्टाफ की ओर मुड़ी है. पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि किसकी लापरवाही से एक नशे में धुत व्यक्ति को भारी-भरकम डंपर सौंप दिया गया. जिसने पलभर में 14 जिंदगियां लील लीं और 14 लोगों को जिंदगी और मौत के बीच झूलता छोड़ दिया.

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