अटारी-वाघा बॉर्डर पर स्वतंत्रता दिवस का जश्न पूरे जोश के साथ मनाया गया. 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद यह पहला स्वतंत्रता दिवस है, जब अटारी बॉर्डर पर समारोह में कई बदलाव किए गए हैं. अब गेट नहीं खुलते और न ही पाकिस्तान के रेंजरों से हाथ मिलाया जाता है. भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि "आतंकवाद भेजोगे तो ना गेट खुलेंगे, ना दोस्ती होगी." देखें 'जय हो.'