ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता हाथ लगी है. सोमवार को छत्तीसगढ़ से संबंध रखने वाले दो महिलाएं समेत तीन माओवादी ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पण करने वालों की पहचान मड़े बेटी उर्फ चंपा (BGN डिवीजन की डिविजनल कमेटी सदस्य), राजू डोडी उर्फ अजय और एडमो मडवी उर्फ मंजू (दोनों KKBN डिविजन के एरिया कमेटी सदस्य) के रूप में हुई है. ये सभी भाकपा (माओवादी) संगठन से जुड़े सक्रिय और वांछित सदस्य थे.
जानकारी के मुताबिक, तीनों माओवादियों ने IGP (दक्षिणी रेंज) नीती शेखर, कंधमाल एसपी हरीश बी सी और CRPF की 127 बटालियन के कमांडेंट के सामने आत्मसमर्पण किया. पुलिस ने बताया, ये सभी माओवादी ओडिशा और छत्तीसगढ़ में कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहे हैं.
यह भी पढ़ें: ओडिशा: हथियारबंद लुटेरों ने ज्वेलरी शॉप में की लूट, 6 दिन बाद भी खाली हाथ पुलिस
कंधमाल एसपी हरीश बी.सी. ने बताया कि इन माओवादियों ने सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों द्वारा लगातार चलाए जा रहे कॉम्बिंग ऑपरेशनों के चलते आत्मसमर्पण किया है. वे अब माओवादी विचारधारा से मोहभंग महसूस कर रहे थे. उन्होंने यह भी कहा कि माओवादी प्रभावित इलाकों में ऑपरेशनों को और तेज किया गया है ताकि वामपंथी उग्रवाद को पूरी तरह खत्म किया जा सके.
IGP नीती शेखर ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा, हम सभी माओवादियों से अपील करते हैं कि वे हिंसा का रास्ता छोड़ें और मुख्यधारा में शामिल हों. सरकार की पुनर्वास नीति उनके लिए बेहतर जीवन की राह खोल सकती है. यह आत्मसमर्पण माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है.
aajtak.in