ओडिशा के बालासोर जिले में बाढ़ की वजह से हालात गंभीर हो गए हैं. जिले के उत्तरी इलाकों के लगभग 100 गांवों में पानी भर गया है, जिससे गांवों की सड़कें और खेत पूरी तरह डूब गए हैं. प्रशासन ने बताया कि यह बाढ़ मुख्य रूप से सुबर्णरेखा और जलाका नदियों के उफान के कारण आई है.
भोगराई, बालीआपाल, जलेश्वर और बसता ब्लॉक में सबसे ज्यादा असर देखने को मिला है. लगातार भारी बारिश और झारखंड से पानी छोड़े जाने के कारण सुबर्णरेखा नदी में जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे इन इलाकों में पानी भर गया है.
बाढ़ से हालात गंभीर
इसके अलावा जलका नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान से ऊपर या उसके आसपास बना हुआ है. इसका असर बसता और बालासोर सदर ब्लॉक के कुछ गांवों में देखा गया है. अधिकारी के अनुसार, सुबर्णरेखा और जलाका नदियों का पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, लेकिन राजघाट और माथानी जैसे इलाकों में जलस्तर अब भी खतरे के निशान के ऊपर या उसके बहुत करीब है. यह स्थिति पिछले तीन दिनों से बनी हुई है.
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बालासोर के कलेक्टर ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिलकर प्रभावित इलाकों जैसे बसता, जलेश्वर, बालीपाल और भोगराई का दौरा किया और हालात की समीक्षा की है. जिले के एडीएम सुधाकर नायक ने बताया गया कि अब तक 7 ब्लॉकों के 46 ग्राम पंचायतों और वार्डों में बाढ़ का असर देखा गया है.
प्रशासन ने लगाए राहत शिविर
बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन ने राहत शिविरों की व्यवस्था की है. सोमवार शाम तक कुल 2,916 लोगों को सुरक्षित निकालकर 17 राहत शिविरों में पहुंचाया गया. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर रहें. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ज़रूरी सेवाएं और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.
अजय कुमार नाथ