मध्य प्रदेश के दमोह के फर्जी हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर नरेंद्र जॉन कैम को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से गिरफ्तार किया गया है. एक एजेंसी के मुताबिक रविवार आधी रात को पुलिस ने दमोह जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) एमके जैन की शिकायत पर फर्जी मेडिकल डिग्री रखने वाले आरोपी के खिलाफ जालसाजी और बेईमानी से गबन के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की.
दमोह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने बताया कि आरोपी डॉ. नरेंद्र जॉन कैम को प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है. हमारी टीम ने छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.फिलहाल अब उसे मध्य प्रदेश लाया जा रहा है. इसके बाद अदालत में पेश किया जाएगा.
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पुलिस अधिकारी ने कहा कि आरोपी से सीएमएचओ द्वारा अपनी शिकायत में उठाए गए सवालों पर पूछताछ की जाएगी. एसपी ने कहा कि मूल शिकायत (एनएचआरसी को सौंपी गई) में मिशन अस्पताल में सात मरीजों की मौत का जिक्र था. दूसरी शिकायत (सीएमएचओ जैन द्वारा दर्ज) डॉक्टर की डिग्री के सत्यापन से संबंधित थी.
प्राथमिक सत्यापन में पता चला कि डॉक्टर का प्रमाण पत्र फर्जी था. फिलहाल कैम के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 315 (4) (बेईमानी से गबन), 338 (जालसाजी) सहित अन्य मामलों में FIR दर्ज की गई है. आपको बता दें कि फर्जी डॉक्टर पर आरोप है कि उसने 15 लोगों की दिल की सर्जरी की थी. जिससे 7 लोगों की मौत हो गई थी. आरोप यह भी है कि इसी फर्जी डॉक्टर की सर्जरी से 2006 में छत्तीसगढ़ के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष की मौत हो गई थी.
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