MP News: इंदौर से अपने कटनी स्थित घर जाने के लिए निकली अर्चना तिवारी का अब तक कोई सुराग नहीं लग सका है. लेकिन जीआरपी ने अर्चना का पता लगाने के लिए ग्वालियर के एक पुलिस कांस्टेबल को हिरासत में लिया है. इस पुलिस आरक्षक का नाम राम तोमर है. यह आरक्षक पिछले डेढ़ साल से अर्चना के संपर्क में था. राम तोमर ने ही अर्चना तिवारी का बस से टिकट बुक किया था. राम तोमर की अर्चना तिवारी से फोन पर बात भी हुई थी. इसी आधार पर राम तोमर को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.
दरअसल, अर्चना तिवारी रक्षाबंधन मनाने के लिए इंदौर से कटनी के लिए ट्रेन द्वारा निकली थी, लेकिन रास्ते में ही उसका मोबाइल बंद हो गया और फिर उसकी लोकेशन नहीं मिली. तब से अर्चना तिवारी लापता है. जीआरपी लगातार अर्चना की तलाश कर रही है.
कॉल डिटेल के आधार पर जानकारी मिली कि ग्वालियर के भंवरपुरा थाना में पदस्थ आरक्षक राम तोमर की अर्चना तिवारी से बात हुई है. इसी आधार पर जीआरपी की एक टीम ने राम तोमर को हिरासत में लिया.
मंगलवार को राम तोमर से पूछताछ की जा रही है. हालांकि, राम तोमर का कहना है कि वह अर्चना तिवारी से नहीं मिला है, उसे कुछ नहीं मालूम है. उसकी सिर्फ कोर्ट के संबंध में अर्चना तिवारी से 1 मिनट बात हुई थी.
जबकि इस मामले में एडिशनल एसपी कृष्ण लाल चंदानी ने मीडिया को बताया कि राम तोमर ने अर्चना तिवारी के लिए इंदौर से कटनी तक का बस का टिकट बुक किया था. लेकिन अर्चना तिवारी ट्रेन के माध्यम से इंदौर से कटनी जाने के लिए निकली थी. राम तोमर अर्चना तिवारी को पिछले डेढ़ साल से जानता था. उसकी फोन पर बातचीत भी हुई है. इसी आधार पर राम तोमर से पूछताछ की जा रही है.
हेमंत शर्मा