साहित्य आज तक के मंच पर 'मेरा समाज मेरा साहित्य' सेशन में लेखक अजय नवारिया, चंद्रभान प्रसाद और विवेक कुमार ने अपने विचार रखे. अजय नवारिया ने कहा कि जाति भारतीय समाज की विशिष्टता है. बिना जाती को समझे भारतीय समाज को नहीं समझा जा सकता है.